मेरठ. मेरठ में भैंसाली मेट्रो स्टेशन की डिजाइन की यह वास्तविक तस्वीर है। जैसा चित्र में शानदार स्टेशन दिखाई दे रहा है बिल्कुल उसी तरह से यह बनने के बाद दिखाई देगा। वैसे तो यहां का स्टेशन भूमिगत है फिर भी ऊपरी तल पर स्टेशन का ढांचा बनाया जाता है। यह तस्वीर उसी ऊपरी ढांचे की है। स्टेशन लगभग 258 मीटर लंबा, लगभग 30 मीटर चौड़ा होगा और करीब 17 मीटर गहरा होगा। मार्च 2025 में मेट्रो का संचालन शुरू हो जाएगा।

रैपिड रेल कारिडोर के रैपिड रेल के स्टेशनों के साथ ही मेरठ मेट्रो के स्टेशनों का भी निर्माण चल रहा है। इसका निर्माण कार्य राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) करा रहा है, मेट्रो का संचालन भी एनसीआरटीसी करेगा। इस स्टेशन पर चार ट्रैक होंगे। बीच के ट्रैक पर मेट्रो रुकेगी, उसके साथ प्लेटफार्म रहेंगे। किनारे की तरफ के ट्रैक से रैपिड रेल निकल जाया करेगी।

भैंसाली का स्टेशन भूमिगत रहेगा। इसका निर्माण कार्य चल रहा है। स्टेशन की ऊपरी छत का निर्माण लगभग पूरा हो गया है। कानकोर्स लेवल यानी टिकट काउंटर वाले तल का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। निर्माण कार्य टाप डाउन प्रणाली के तहत किया जा रहा है, जिसके तहत ऊपर से नीचे की ओर स्टेशन का निर्माण किया जाता है। इस प्रक्रिया में स्टेशन की ऊपरी छत के निर्माण की अहम भूमिका है, जिसके बाद स्टेशन के अंदर बनाए जाने वाले कानकोर्स और प्लेटफार्म लेवल के लिए मशीनों से खोदाई करके मिट्टी बाहर निकाली जाती है।

 

भैंसाली स्टेशन पर तीन प्रवेश और निकास द्वार बनाए जाएंगे। पहला प्रवेश-निकास द्वार भैंसाली बस अड्डे की ओर कुछ मीटर की दूरी पर बनाया जाएगा। दूसरा प्रवेश-निकास द्वार दिल्ली रोड की ओर बनाया जाएगा। तीसरा प्रवेश-निकास द्वार भैंसाली स्टेशन के सामने सड़क के दूसरी ओर रेलवे रोड के नजदीक टैक्सी स्टैंड की तरफ बनाया जाएगा। इस प्रवेश-निकास द्वार के लिए स्टेशन से सड़क के दूसरी ओर जाने के लिए भूमिगत पैदल पार पथ भी बनाया जाएगा, जिसका प्रयोग आम लोग सड़क पार करने के लिए भी कर सकेंगे।