बेंगलुरु. पढ़ने लिखने वाले अधिकतर लोगों की हसरत ऐसी नौकरी करने की होती है, जिसमें ज्यादा से ज्यादा पैसा और शोहरत मिले. न पढ़ने वालों या पढ़ाई में कमजोर स्टूडेंट्स की तुलना अक्सर गधे से कर दी जाती है, लेकिन एक लड़के ने मल्टीनेशनल कंपनी की जॉब इसलिए छोड़ दी क्योंकि वह गधा पालना चाहता था. जब उसने ऐसा किया तो उसके घर वालों और दोस्तों ने उसका मजाक बनाया, लेकिन उसका यह डिसीजन सही साबित हो रहा है और आज वह नौकरी से ज्यादा पैसा कमा रहा है. चलिए हम मिलवाते हैं आपको उस शख्स से जो आज सफलता की अलग कहानी लिख रहा है.
कर्नाटक में रहने वाले श्रीनिवास गौड़ा की उम्र 42 साल है. ग्रेजुएशन के बाद श्रीवास गौड़ा ने एक सॉफ्टवेयर कंपनी में जॉब शुरू की. साल 2020 में उन्होंने नौकरी छोड़ दी और इरा गांव में करीब 2.3 एकड़ के प्लॉट में गधे पालने का काम शुरू किया. घर वालों ने काफी मना किया, लेकिन वह नहीं माने. उन्होंने 20 गधे से इसकी शुरुआत की. दोस्तों और जानकारों ने जब ये सुना तो उनका खूब मजाक बनाया, लेकिन वह अपने फैसले पर टिके रहे. वह यहां गधे पालते रहे.
श्रीनिवास गौड़ा कहते हैं कि अब उन्होंने दक्षिण कन्नड़ जिले के एक गांव में अपना फार्म खोला है. कर्नाटक में इस तरह के फार्म की शुरुआत पहली बार हुई है. श्रीनिवास बताते हैं कि उन्होंने यह काम पूरी रिसर्च के साथ शुरू किया है, जिसे हर आदमी नहीं समझ सकता. उन्होंने बताया कि गधी के दूध में कई खूबियां होती हैं जिसकी वजह से उसकी काफी डिमांड होती है. इसके 30 मिलीलीटर दूध की कीमत 150 रुपये तक है. ब्यूटी प्रोडक्ट बनाने वाली कंपनियों को इसकी काफी जरूरत होती है. वह बताते हैं कि उनके पास अब तक 17 लाख रुपये का ऑर्डर आ चुके हैं. वह जल्द ही गधी के दूध को सीधे बेचने वाले हैं. वह मॉल्स, दुकानों और सुपरमार्केट में इसकी सप्लाई करेंगे.