रायसेन। मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी के सरकारी वाहन में कुछ कर्मचारी बैठकर शराब पी रहे थे जिनका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में सरकारी वाहन में तीन युवक बैठे नजर आ रहे हैं जिनमें से एक युवक कैमरे के सामने ही देशी शराब पीता दिख रहा है। इतना ही नहीं जब वीडियो बना रहे युवक ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो पहले तो उन्होंन सरकारी वाहन का रौब दिखाया और ये कहते हुए वहां से निकल गए कि सरकारी गाड़ी है हाथ मत लगा लेना।
सरकारी गाड़ी में शराब पार्टी का वीडियो वायरल
वायरल वीडियो में गाड़ी में तीन लोग बैठे नजर आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि ये वीडियो रायसेन जिले के सतलापुर थाने के पास का है जहां एक गांव के पास सरकारी वाहन में मौजूद कर्मचारी अपने साथियों के साथ शराब पार्टी कर रहा था। इसी दौरान वाहन का हूटर बजाने को लेकर कुछ युवक गाड़ी के पास पहुंचे और जब गाड़ी के ड्राइवर से हूटर बजाने का कारण पूछा तो उसने रौब दिखाते हुए कहा कि सरकारी गाड़ी है। जिस पर युवक ने पूछा कि सरकारी कर्मचारी कौन है जिस पर ड्राइवर ने कहा कि वो तो है।
इसी दौरान ड्राइवर के साथ बैठा युवक देशी शराब पी रहा था और जब लोगों ने सरकारी वाहन में शराब पार्टी करने के बारे में पूछा तो ड्राइवर गाड़ी लेकर भागने लगा। युवक ने रुकने के लिए कहा तो ड्राइवर ने उसे धमकाते हुए कहा कि तुम अपना काम करो, हाथ मत लगाना सरकारी गाड़ी है और वहां से गाड़ी लेकर चला गया। वीडियो में गाड़ी का नंबर एमपी-02 एवी- 6452 नजर आ रहा है और उस पर मप्र. शासन भी लिखा हुआ है।
स्वास्थ्य मंत्री की सरकारी गाड़ी में शराब पीने का वीडियो वायरल होते ही कांग्रेस को बैठे बिठाए मुद्दा मिल गया और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने तो मुख्यमंत्री शिवराज पर तंज कसते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया पर भी सवाल खड़े कर दिए। दिग्विजय ने सीएम शिवराज पर तंज कसते हुए कहा है कि स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी की सरकारी गाड़ी में कोरोना खत्म करता उनका स्टाफ. जो मंत्री कोरोना से मरते लोगों को बेड, ऑक्सीजन और इंजेक्शन उपलब्ध न करा सके, उनके स्टाफ के पास, सरकारी गाड़ी में अवैध शराब, वह भी लॉकडाउन में! कुछ करो शिवराज या सिंधिया का डर है?
स्वास्थ्य मंत्री ने चपरासी को नौकरी से हटाया
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने और कांग्रेस की तरफ से हमला किए जाने के बाद स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी ने सरकारी गाड़ी में शराब पीने के आरोपी चपरासी रुपेश को नौकरी से हटा दिया है। साथ ही उन्होंने घटना की निंदा करते हुए कहा कि सरकारी वाहन का दुरुपयोग करना बहुत ही गलत बात है।