प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 नवंबर को केंद्र के तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा की थी। इसके बाद सबको लग रहा था कि किसान आंदोलन समाप्त हो जाएगा और दिल्ली की सीमाएं खाली हो जाएंगी। अनुमान के विपरीत अभी भी किसान अन्य मांगों को लेकर धरने पर डटे हुए हैं।
संयुक्त किसान मोर्चा ने भी एमएसपी और अन्य मुद्दों को लेकर आंदोलन जारी रखने का एलान कर दिया है। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर 26 नवंबर को किसान दिल्ली कूच की तैयारी में जुटे हुए हैं। पंजाब से भी हजारों किसान कूच में शामिल हो रहे हैं। पंजाब के ग्रामीण क्षेत्रों से लगभग 1000 किसान ट्रैक्टर-ट्रालियां लेकर बुधवार को दिल्ली के लिए रवाना हुए हैं।
कृषि कानूनों के बाद किसान अब एमएसपी की गारंटी चाहते हैं। इसके अलावा संसद में बिजली शोध बिल रद्द किए जाने की मांग किसान कर रहे हैं। किसान नेता स्वर्ण सिंह ने बताया कि प्रदूषण एक्ट से किसानों को बाहर रखते हुए अभी तक दर्ज किसानों पर मुकदमों को वापस लिया जाना चाहिए।
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