बरेली : उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में मंगलवार शाम करीब साढ़े चार बजे तेज धमाकों से कल्याणपुर गांव दहल गया। धमाकों के साथ पांच मकान धराशायी हो गए। घटना में दो महिलाओं की मौत हो गई। चार लोग गंभीर घायल हुए हैं।
बरेली के सिरौली थाना क्षेत्र के गांव कल्याणपुर में मंगलवार शाम को आतिशबाजी बनाते वक्त तेज धमाका हुआ, जिससे आसपास के पांच घर जमींदोज हो गए। घटना में दो महिलाओं की मौत हो गई। यह संख्या बढ़ सकती है। दो बच्चे लापता हैं। पुलिस प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंच गए। बचाव कार्य कराया जा रहा है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक गांव निवासी रहमान शाह के घर में आतिशबाजी बनाने का काम चोरी छिपे किया जा रहा था। इसी दौरान तेज धमाका हुआ। फिर एक के बाद एक कई धमाके हुए। इससे रहमान शाह के घर समेत आसपास के चार घर जमींदोज हो गए। घरों में मौजूद लोग मलबे में दब गए। चीखपुकार मच गई।
घटना में रहमान शाह की पुत्रवधू समेत दो महिलाओं की मलबे में दबकर मौत हो गई, जबकि चार लोगों को मलबे से गंभीर हालत में निकाला गया और रामनगर सीएससी भेजा गया। दो बच्चे हसन और हसनान लापता हैं। एसएसपी ने एसपी यातायात व सीओ मीरगंज को मौके पर भेजा है।
बताया जा रहा है कि रहमान शाह के रिश्तेदार नाजिम व नासिर सिरौली में रहकर आतिशबाजी का काम करते हैं। रहमान शाह अपने यहां चोरी छिपे आतिशबाजी बनाकर उन्हें देता है। मंगलवार शाम करीब साढ़े चार बजे आतिशबाजी में तेज धमाका हुआ और दर्दनाक हादसा हो गया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कल्याणपुर गांव में आतिशबाजी के धमाके से हुए हादसे का संज्ञान लिया। उन्होंने मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन के अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। साथ ही घायलों का समुचित उपचार कराने के निर्देश भी दिए हैं।
इससे पूर्व 21 सितंबर को घर में रखी आतिशबाजी के अचानक फटने से सिरौली कस्बा धमाकों से दहल गया था। कस्बे के मोहल्ला कोऑटोला निवासी नासिर शाह का आतिशबाजी बेचने का लाइसेंस है। उनके मकान की तीसरी मंजिल पर आतिशबाजी रखी था। परिवार के सभी सदस्य नीचे के कमरों में थे।
तीसरी मंजिल पर आतिशबाजी में तेज धमाके हुए थे। लोगों ने पुलिस को सूचना दी थी। उससे पहले ही उक्त स्थान को साफ कर दिया गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल का जायजा लिया। कोई नुकसान नहीं मिला। नासिर ने पुलिस को बताया था कि पुराने पटाखों को धूप में सुखाया जा रहा था, तभी वो फट गए।