नई दिल्ली. शादीशुदा दोस्त या रिलेशनशिप में रहने वाले दोस्त अक्सर अपने पार्टनर की तारीफ, उनके द्वारा दिए जाने वाले सरप्राइज और गिफ्ट्स की बात बताते रहते हैं। ये बातें, उनकी खुशियां सुनकर अच्छा भी लगता है लेकिन परेशानी तब आती है जब आप सिंगल हों और दोस्त रिलेशनशिप में। दोस्त आपके सिंगल होने पर अक्सर सवाल खड़े कर देते हैं। अक्सर सिंगल दोस्त के लिए यह माना जाता है कि पार्टनर न होने से उसके जीवन में कोई एंजॉयमेंट नहीं है। वह बोरिंग जिंदगी जी रहा है। इंगेज दोस्त इस बात को लेकर अक्सर सिंगल दोस्त का मजाक बनाते हैं और उसे अपने लिए बॉयफ्रेंड/ गर्लफ्रेंड या फिर लाइफ पार्टनर तलाशने की सलाह देते रहते हैं। अगर आप सिंगल हैं तो आपने जरूर अपने दोस्तों के मुंह से ये सवाल सुने होंगे, अकेले कैसे रहोगे?, तुम्हें किसी की जरूरत है? रिलेशनशिप में आ जाओ, जीवन मजेदार हो जाएगा? क्या तुम्हें कोई साथी नहीं चाहिए? तुम कितने बोरिंग हो यार, और भी न जानें कितनी बातें सुननी पड़ती हैं। लेकिन सिंगल रहने के अपने ही फायदे हैं। सिंगल रहने के फायदे आपको भी पता होने चाहिए और आपके रिलेशनशिप वाले दोस्तों को भी, ताकि वह आपके सिंगल होने का मजाक न बना सकें।
जब आप किसी के साथ रिलेशनशिप में या शादी के बंधन में होते हैं तो आपको साथी की उम्मीदों, उनकी पसंद नापसंद का ध्यान रखना होता है। कपल्स पर एक दूसरे की जिम्मेदारी होती है। कपल एक दूसरे को लेकर फिक्रमंद रहते हैं। इसके कारण कई बार वह तनाव में आ जाते हैं। लेकिन सिंगल लोगों के जीवन में इस तरह का तनाव नहीं होता। वह बेफिक्री से अपना जीवन अपने मुताबिक बिताते हैं। सिंगल लोग अपने मन मुताबिक जीवन प्लान करते हैं और तनाव से दूर रहते हैं।
शादीशुदा पुरुष तो करियर पर ध्यान दे सकते हैं लेकिन महिलाओं को लिए यह स्थिति उतनी बेहतर नहीं होती। उन्हें शादी के बाद करियर के साथ ही पार्टनर और परिवार पर ध्यान देना होता है। रिलेशनशिप में भी कपल एक दूसरे को वक्त देने के कारण कई बार अपने फोकस से भटकने लगते हैं। लेकिन सिंगल लाइफ में उनका पूरा ध्यान अपने करियर पर रहता है। पार्टनर या रिलेशनशिप के बारे में सोचने से बच जाते हैं और काम में मन लगाते हैं। खासकर सिंगल महिलाएं अपने करियर पर बेहतर तरीके से फोकस कर पाती हैं।
रिलेशनशिप में लोग अपने पार्टनर की पसंद नापसंद, उनकी उम्मीदों को पूरा करने की कोशिश में लगे रहते हैं। जब वह पार्टनर की उम्मीदों पर खरे नहीं उतरते तो उनके बीच बहस या झगड़े होने की संभावना रहती है। इतने दबाव के कारण लोगों को पैनिक अटैक की समस्या हो जाती है। लेकिन सिंगल जीवन में रहने वाले को दूसरों की पसंद नापसंद या उनकी उम्मीदों पर खरे उतरने के बारे में फिक्र नहीं करनी पड़ती। वह अपना जीवन अपने मुताबिक जीते हैं।
जब आप सिंगल होते हैं तो आपके पास खुद के लिए वक्त होता है। गैर जरूरी मैसेज और फोन काॅल से बच जाते हैं। सिंगल लोग किसी भी तरह का प्लान अपने लिए बना सकते हैं। जैसे अपने लिए कोई ट्रिप प्लान करना, कोई एडवेंचर गेम या दिन व रात की फिक्र किए बिना जीना। लेकिन रिलेशनशिप में इस तरह की प्लानिंग करने से पहले आपको पार्टनर के वक्त, उनके साथ के बारे में सोचना पड़ता।