हस्तिनापुर। भीमनगर निवासी राजमिस्त्री राहुल(30) का शव शुक्रवार को सैफपुर कर्मचंदपुर गांव जाने वाले मार्ग पर जंगल में आम के पेड़ से लटका मिला। वह तीन दिनों से लापता था। परिजनों ने उसकी हत्या करने का आरोप लगाया है। उसके दोस्त के खिलाफ तहरीर दी है। पुलिस और फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच पड़ताल की।

कस्बे की भीमनगर कॉलोनी निवासी राहुल पुत्र गंगाचरण राजमिस्त्री का काम करता था। पुलिस के अनुसार तीन दिन पहले बुधवार को राहुल अपने दोस्त विकास के साथ बैठकर शराब पी रहा था। तभी उसके दोस्त की मां घर से निकलकर बाहर आई और दोनों को धमकाते हुए राहुल से कहा कि तूने मेरे बेटे को बिगाड़ दिया है। राहुल के दोस्त विकास की मां ने पुलिस को भी सूचना दी थी कि राहुल ने हमारे घर से 50 हजार रुपये चुरा लिए हैं।

इसके बाद राहुल अपने दोस्त विकास के साथ वहां से चला गया। वह घर नहीं लौटा, जबकि उसका दोस्त विकास शाम को ही अपने घर वापस आ गया था। इसके बाद से राहुल के परिजन उसकी तलाश कर रहे थे। शुक्रवार शाम करीब पांच बजे थाना पुलिस को सूचना मिली कि सैफपुर कर्मचंदपुर मार्ग पर एक युवक का शव आम के पेड़ से लटका हुआ है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव की पहचान कराई। बाद में शव को नीचे उतार कर मोर्चरी भिजवा दिया।

शुक्रवार सुबह राहुल की पत्नी सोनम ने थाना पर तहरीर देते हुए बताया कि उसके पति का दोस्त विकास उसे अपने साथ ले गया था। तभी से वह वापस घर नहीं लौटा। इसके बाद पुलिस ने तहरीर के आधार पर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी थी। शाम को परिजनों को राहुल का शव मिलने सूचना मिली तो परिजन विलाप करने लगे। घटनास्थल पर पहुंचे परिजनों ने राहुल की हत्या का आरोप लगाया और पुलिस अधिकारियों से आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

एसपी देहात राकेश मिश्रा ने बताया कि राजमिस्त्री बुधवार से लापता था। शुक्रवार शाम को उसका शव पेड़ पर लटका मिला है। परिजनों ने दोस्त पर हत्या का आरोप लगाया है। दूसरे पक्ष ने भी मृतक पर रुपये चोरी करने का आरोप लगाया है। पुलिस जांच पड़ताल कर रही है। फोरेंसिक टीम की जांच रिपोर्ट व पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के पश्चात कार्यवाही की जाएगी।

चार भाइयों में राहुल सबसे छोटा था। राहुल की शादी करीब 10 वर्ष पूर्व हुई थी। वह राहुल चिनाई का कार्य करता था। उसकी सात वर्षीय छवि और चार वर्ष की चाहत दो बेटियां हैं। राहुल की मौत से परिवार के लोगों का रो-रो कर बुरा हाल है।

तीन दिनों से राहुल के लापता होने के बाद उन्हें अपने पिता का इंतजार था। उन्हें शायद यह नहीं पता था कि अब उनके पिता कभी वापस नहीं आएंगे। जब राहुल की मौत की खबर परिवार के लोगों को लगी तो वह विलाप कर रहे थे तो छोटी बच्चियों की आंखों से आंसू छलक रहे थे। वह रो-रो कर अपनी मम्मी से पूछ रही थी कि पापा कब आएंगे।