शामली।   राणा ग्रुप की सुपीरियर फूड्स ग्रेंस प्राइवेट लिमिटेड चीनी मिल ऊन में दूसरे दिन भी शुक्रवार को आयकर विभाग की टीम ने केंद्रीय सुरक्षा बलों के साथ जांच जारी रखी। दस्तावेजों से लेकर मोबाइल फोन, लैपटॉप की छानबीन की। यह मिल पंजाब के कपूरथला के विधायक राणा गुरजीत सिंह के ग्रुप से जुड़ी है।

दरअसल, ऊन मिल में बृहस्पतिवार को सुबह ही आयकर विभाग की टीम ने डेरा डाल दिया था। शुक्रवार की देर रात तक भी टीम ने मिल में जांच जारी रखी। शुक्रवार सुबह आयकर विभाग के 12 और सदस्य मिल में पहुंचे। टीम ने मिल के अधिकारियों, कर्मचारियों समेत 30 लोगों से पूछताछ की और उनके बयान दर्ज किए। मिल का गेट अंदर से बंद कर दिया गया।

सूत्रों के अनुसार आयकर विभाग टैक्स चोरी और वित्तीय अनियमितताओं से जुड़े बड़े घोटाले की जांच कर रहा है। अधिकारियों ने मिल से जुड़े बैंक खातों, टैक्स रिटर्न और अन्य वित्तीय दस्तावेजों को खंगालना शुरू कर दिया है। इस छापे में कई बड़े खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।

हालांकि आयकर विभाग के अधिकारी बयान देने से बच रहे हैं। छापे से मिल प्रशासन, कर्मचारियों में खलबली मची रही। गन्ना राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार लक्ष्मीनारायण सिंह ने बताया कि दूसरे दिन भी राणा ग्रुप के कई मिल और ठिकानों पर आयकर विभाग का छापा जारी रहा।

आयकर विभाग के छापे के दौरान शुक्रवार को ऊन मिल चलती रही। गन्ना लेकर पहुंचे ऊन के किसान सोहनवीर सिंह, सुधीर, यामीन ने कहा कि जांच में दूध का दूध पानी का पानी होना चाहिए। वैसे आयकर विभाग से किसानों को कोई लेना देना नहीं है। बृहस्पतिवार को गन्ने का इंडेंट जारी नहीं हुआ था लेकिन शुक्रवार को इंडेंट जारी किया गया। चीनी मिल सुचारू रूप से चलती रही।