ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा वेस्ट स्थित वेदांतम सोसायटी में 17वे फ्लोर पर दीवाली की रात फ्लैट में अचानक आग लग गई। आग लगने के बाद सोसायटी में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। तत्काल जिस टावर में आग लगी उस टावर को खाली कराया गया।

आरोप है कि सूचना देने के एक घंटे बाद दमकल की गाड़ी मौके पर पहुंची, तब तक फ्लैट में रखा सामान पूरी तरीके से जलकर राख हो चुका था। मामले में बिल्डर पर कार्रवाई की मांग को लेकर लोगों ने सोमवार देर रात हंगामा किया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति पर काबू पाया है। पुलिस के आश्वासन के बाद लोग शांत हुए।

वेदांतम सोसायटी के 17वे फ्लोर पर कमलेश कुमार रहते हैं। दीवाली का त्यौहार होने के चलते कमलेश की पत्नी और बच्चे पूजा करने के बाद घर में मोमबत्ती जलाने लगे। इसी दौरान अचानक फ्लैट में आग लग गई। आग ने देखते ही देखते चंद मिनटों में विकराल रूप धारण कर लिया और पूरे फ्लैट में फैल गई।

गनीमत रही कि समय रहते फ्लैट में मौजूद सभी लोग अपनी जान बचाकर सोसायटी के पार्क में पहुंच गए। आग लगने की घटना के बाद सोसायटी के लोगों की भीड़ मौके पर एकत्र हो गई। आग लगने के बाद फ्लैट से निकलते हुई आग की लपटों का वीडियो बनाकर लोगों ने इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित किया है और दमकल विभाग पर देरी से पहुंचने का आरोप लगाया है।

दमकल अधिकारी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि अब तक की जांच में पता चला है कि जिस व्यक्ति के फ्लैट में आग लगी है उनके फ्लैट में कुछ पटाखे रखे थे। जिस स्थान पर पटाखा रखा था वहीं पर मोमबत्ती जलाकर रख दी गई। इसी वजह से पहले पटाखे जले और तुरंत फ्लैट में आग फैल गई। दमकल विभाग पर लगाए गए आरोप पूरी तरीके से निराधार है। 10:06 बजे आग लगने की सूचना मिली थी और 11:00 बजे तक आग को पूरी तरीके से बुझा दिया गया था। ऐसे में एक घंटे देरी से पहुंचने की बात निराधार है।

फ्लैट पर नहीं थे कमलेश: पुलिस की जांच में पता चला है कि कमलेश आईजीएल में नौकरी करते हैं। उनके फ्लैट में जब रात में आग लगी तो वह फ्लैट पर मौजूद नहीं थे। सोसायटी में मौजूद सुरक्षा गार्ड व सोसायटी के निवासियों ने पानी डालकर आग बुझाने की कोशिश की।