मेरठ। मवाना क्षेत्र के फिटकरी गांव की बेटी छवि सिंह गुर्जर ने कमाल कर दिया है। उसे अमेरिका के राज्य ओहियो स्थित ओबरलिन कॉलेज ऑफ आर्ट्स से करीब तीन करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति के लिए चुना गया है।

इस छात्रवृत्ति में ट्यूशन फीस, आवास खर्च, भोजन खर्च और स्वास्थ्य बीमा खर्च शामिल है। छवि इस कॉलेज से चार वर्षीय स्नातक की पढ़ाई करेगी। उसने विषयों में इनवायरमेंट (पर्यावरण), इंटरनेशनल पॉलिटिक्स (अंतरराष्ट्रीय राजनीति) और एस्ट्रोलॉजी (ज्योतिष) का चुनाव किया है।

छवि नंगलामल चीनी मिल में इंजीनियर राजकुमार की बेटी है। मां प्रमिता प्राथमिक विद्यालय में शिक्षिका हैं। वहीं छोटा भाई एमआईईटी में बारहवीं का छात्र है। मामा संजय सागर के मुताबिक 23 अगस्त को छवि अमेरिका रवाना होगी।
इसके लिए पासपोर्ट, वीजा की पूरी तैयारी हो चुकी है। कॉलेज की ओर से टिकट भी भेजा गया है। 23 अगस्त को नई दिल्ली स्थित हवाई अड्डे से वह यूएसए के ओहियो जाएगी।

इस होनहार बिटिया ने गंगानगर स्थित एमआईईटी पब्लिक स्कूल से दसवीं और मवाना स्थित स्प्रिंग डेल्स पब्लिक स्कूल से 2022 में 93 प्रतिशत अंकों से 12वीं पास की है। इसके बाद उन्होंने चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय कैंपस में बीए ऑनर्स में एडमिशन भी लिया है। एक सेमेस्टर के एग्जाम भी दिए हैं।

इसी दौरान इंटरनेट पर सर्च के दौरान द डेक्सटेरेटी ग्लोबल ग्रुप के बारे में जानकारी हुई। इसी माध्यम से वह ओबरलिन कॉलेज के पोर्टल से जुड़ी और वहां विदेशी छात्रों के लिए विशेष छात्रवृत्ति योजना के बारे में पता चला।

ओबरलिन कमिटमेंट स्काॅलरशिप के नाम से यह छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है। कॉलेज से जारी पत्र और ब्योरे के आधार पर स्नातक के लिए एक साल का अनुमानित पढ़ाई खर्च 89,585 से अधिक डाॅलर का है। ओबरलिन कॉलेज की विशेष शाखा ओबरलिन फाइनेंशियल एड अवार्ड के माध्यम से अभ्यर्थी का चयन किया जाता है।
इसमें करीब 75,886 डॉलर इंटरनेशनल ग्रांट के रूप में, 10,000 डॉलर ओबरलिन कॉलेज ग्रांट के रूप में और 2700 डॉलर एंप्लॉय फंड के रूप में प्रतिवर्ष के हिसाब से दिया जाता है। छवि ने बीए के लिए चार कॉलेज के एंट्रेस दिए। उन्होंने ओबरलिन कॉलेज व एक अन्य कॉलेज का एंट्रेंस क्लियर कर यह उपलब्धि हासिल की है।

इस छात्रवृत्ति के लिए चयनित होने से संबंधित स्वीकृति पत्र ओबरलिन कॉलेज में डीन मैनुअल कारबेलो की ओर से जारी किया गया है। इसके मिलते ही परिवार खुशी से झूम उठा और छवि को अमेरिका भेजने की तैयारी शुरू कर दी।