मोदीपुरम।  सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में बुधवार को मशरूम अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र पर सात दिवसीय मशरुम एवं बीज उत्पादन विषय पर प्रशिक्षण शुरू किया गया। वैज्ञानिकों ने कहा कि मशरूम उत्पादन खेती किसानों के लिए लाभकारी है।

कार्यक्रम का उद्घाटन निदेशक शोध प्रो कमल खिलाड़ी प्रो. आरएस सेंगर निदेशक ट्रेनिंग एवं प्लेसमेंट और कार्यक्रम के संयोजक प्रो गोपाल सिंह ने संयुक्त रूप से किया। कार्यक्रम के संयोजक प्रो. गोपाल सिंह ने कहा कि यह सात दिवसीय प्रशिक्षण 25 फरवरी से लेकर 4 मार्च 2025 तक आयोजित किया जा रहा है। इस प्रशिक्षण में मशरूम बीज तथा औषधि मशरूम उत्पादन की तकनीक जानकारी दी जाएगी। प्रशिक्षण के दौरान प्रयोगात्मक कार्य कराए जाएंगे। जिससे सभी लोग अपने हाथ से तकनीकी को देखकर और अपना कर आसानी से मशरूम के बीज तथा मशरूम का उत्पादन कर सके। प्रशिक्षण के बाद फसल चक्र को अपनाकर पूरे वर्ष मशरूम का उत्पादन कर सके। प्रो. आरएस सेंगर ने कहा मशरूम प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ है। इसकी उपयोगिता को देखकर अधिक से अधिक लोगों को इसका उत्पादन प्रारंभ करना चाहिए। जिससे उनकी आय में वृद्धि हो। प्रशिक्षण में विभिन्न जिलों से आए हुए 30 छात्र छात्राएं एवं महिला कृषकों ने भाग लिया। रोहित कुमार, क्षितिज कुमार, प्रिंस, अक्षय सिंह वैश्वी सिंह आदि मौजूद रहे।