बागपत।  रंछाड़ गांव में वीरेंद्र (55) पुत्र सुखबीर सिंह एक ईंट-भट्ठे पर मजदूरी करता था। उसका बस्ती में दो युवकों के साथ एक सरकारी हैंडपंप का बोरिंग कराने को लेकर विवाद चल रहा था। दोनों पक्ष हैंडपंप का बोरिंग अपने घर के सामने कराना चाहते थे। इसी विवाद को लेकर बुधवार की शाम दोनों के बीच कहासुनी होने के बाद मारपीट हो गई। दोनों युवकों ने वीरेंद्र को बुरी तरह से पीटा, जिससे वह बेहोश हो गया। परिजन उसे गंभीर हालत में बड़ौत के एक अस्पताल में लेकर पहुंचे,

जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक के पुत्र संदीप और मनेंद्र दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करते हैं। पुत्री शिवानी की शादी हो गई। पत्नी उर्मिला सहित सभी लोगों का रोते-रोते बुरा हाल था। बृहस्पतिवार सुबह मृतक की पत्नी उर्मिला ने पप्पू, मोनू, अंशुल, शेखर, विकास आदि के साथ थाने पहुचकर उसके पति की पिटाई कर हत्या करने का आरोप लगाते हुए नामजद तहरीर दी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए बागपत भिजवाया।