शहीद अनिभव चौधरी ने अपनी शादी में दहेज प्रथा के खिलाफ जाकर रस्म के तहत सिर्फ एक रुपया लिया था। इस पर पूरे देश में उनकी खूब सराहना हुई थी। अनिभव काफी होनहार थे और 2014 में उनकी नौकरी लगी थी। वहीं शुक्रवार तड़के उनके शहीद होने की खबर आई तो परिवार में कोहराम मच गया। पिता ने बताया कि आज सुबह करीब चार बजे एक अधिकारी का फोन आया था। उन्होंने ही बेटे के शहीद होने की सूचना दी।

बागपत के पुसार गांव निवासी किसान सतेंद्र चौधरी मेरठ में सी-91 गंगासागर कॉलोनी में सपरिवार रहते हैं। उनका होनहार बेटा अभिनव चौधरी वायु सेना में मिग-21 का फाइटर पायलट थे। वह इस समय पठानकोट एयरबेस में तैनात थे। अभिनव के पिता सतेंद्र चौधरी ने अपने बेटे की शादी में रस्म के तहत केवल एक रुपया स्वीकार किया था। इससे उनकी और उनके बेटे की देशभर में खूब सराहना हुई थी। अभिनव चौधरी का रिश्ता एपेक्स सिटी कॉलोनी निवासी जूनियर हाइस्कूल मंवीकला के प्रधान अध्यापक शिव कुमार की बेटी सोनिका उज्जवल से हुआ था। सोनिका उज्जवल फ्रांस में मास्टर ऑफ साइंस की पढ़ाई कर रही हैं।

बता दें कि आज यानी शुक्रवार सुबह चार बजे बेटे की शहादत की सूचना आई तो परिवार पर गम का पहाड़ टूट पड़ा। वहीं बेटे के शहीद होने से परिवार में कोहराम मच गया। यहां पर उनके पिता सतेंद्र चौधरी अपनी पत्नी सत्या देवी और बेटी मुद्रिका चौधरी के साथ रहते हैं। मां और बहन का रो-रोकर बुरा हाल है। बहन मुद्रिका चौधरी बीटेक कर रही हैं। बताया गया कि अभिनव चौधरी की अपने पिता से बुधवार रात को आखिरी बात हुई थी। यह भी बताया गया कि 13 मई को अभिनव को घर आना था लेकिन, कोरोना संक्रमण की वजह से पिता ने कुछ दिन रूक कर आने के लिए कहा था। फायटर पायलट बेटे अभिनव चौधरी की शहादत पर पिता ने सरकार से हाथ जोड़कर की अपील, तुरंत बंद होने चाहिए मिग-21 विमान, कहा- मेरा लाल तो चला गया लेकिन…