उदयपुर. राजस्थान के उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल की दो युवकों ने उनकी दुकान में घुसकर हत्या कर दी. आरोपियों का नाम रियाज अख्तरी और गौस मोहम्मद है. दोनों को गिरफ्तार किया जा चुका है. रियाज और गौस ने कन्हैया लाल की हत्या इस वजह से की क्योंकि उनके बेटे ने सोशल मीडिया पर बीजेपी की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा के बयान का समर्थन किया था.

आरोपियों ने कन्हैया लाल की हत्या के बाद एक वीडियो वायरल किया था. इस घटना के बाद पूरे देश में बवाल मच गया. लोग सड़कों पर उतर आए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करने लगे. आम लोगों से लेकर कई मशहूर हस्तियों ने भी इस घटना के खिलाफ सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया दी. पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने भी इस घटना पर रिएक्ट किया.

इस मामले को लेकर कैफ ने ट्वीट कर कहा कि हत्यारे किसी समुदाय के प्रतिनिधि नहीं हो सकते. उन्होंने लिखा कि मैं पूरी मज़बूती से इस बात पर यक़ीन करता हूं कि हत्याओं की कोई सफाई नहीं हो सकती. हत्यारे कभी भी किसी समुदाय के सच्चे प्रतिनिधि नहीं हो सकते. उदयपुर में बेरहमी से की गई हत्या इस सभ्य समाज के लिए शर्म की बात है.

वहीं, इस मामले की जांच कर रही एनआईए स्थानीय स्व-कट्टरपंथी समूहों की भूमिका और दो मुख्य आरोपियों से जु़ड़े अन्य तार की जांच कर रहा है. एजेंसी रियाज अख्तरी और गौस मोहम्मद की हिरासत मिलने का इंतजार कर रही है ताकि वह उनके खिलाफ गैर कानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) और भारतीय दंड संहिता के तहत दर्ज मामले में उनसे पूछताछ शुरू कर सके.

बता दें कि राजस्थान पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि पुलिस की टीम ने दोनों आरोपियों को राजसमंद में पकड़ा. दोनों आरोपी बाइक पर सवार थे. उन्हें नाकाबंदी के दौरान राजसमंद के भीम इलाके से हिरासत में लिया गया. आरोपी उदयपुर से दूर भागने की कोशिश कर रहे थे.