इसके बावजूद डॉक्टरों पर कोई फर्क नहीं पड़ा. आरोप लगा कि डॉक्टर और नर्स अपने कमरे में लाइट ऑफ कर मोबाइल पर पिक्चर देखते रहते थे, लेकिन कोई मरीज को देखने नहीं जाता था.
रुचि की बड़ी बहन ऋचा सिंह का आरोप है कि अस्पताल में डॉक्टर और स्टाफ गंदी नजर से देखते थे. और बार-बार शरीर छूने की कोशिश करते थे. जब मायागंज अस्पताल में हालत खराब हुई, तो एयर एंबुलेंस से दिल्ली ले जाने की कोशिश भी की, लेकिन एयर एंबुलेंस समय पर नहीं मिलने के कारण पटना के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया दिया। 26 दिन तक रुचि ने क्या-क्या झेला? जानने के लिए नीचे क्लिक कर अगले पेज पर जाएं