मुजफ्फरनगर। लखनऊ में आयोजित इन्वेसटर्स समिट का जिले में लाइव प्रसारण किया गया। उद्यमी, अफसर और जनप्रतिनिधि शामिल हुए। 160 उद्यमियों ने इन्वेसटर्स समिट के माध्यम से 10,411 करोड़ के निवेश के प्रस्ताव दिए हैं, इससे 14,691 लोगों को रोजगार मिलेगा।
जिला प्रशासन ने भोपा रोड स्थित होटल में लखनऊ में आयोजित इन्वेसटर्स समिट के लाइव प्रसारण दिखाया। सुबह दस बजे से दो बजे तक कार्यक्रम चला। डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने कहा कि जिले में उद्योग और विकास का माहौल तैयार करेंगे। समस्याओं के निराकरण के लिए ऐसा प्लान बनाएंगे कि किसी उद्यमी को परेशान नहीं होना पड़ेगा। जनपद को सुविधाओं से सुसज्जित करेंगे।
सीडीओ संदीप भागिया ने कहा कि हमारे जिले में 20 हजार 431 स्मॉल इंडस्ट्री है और 577 बड़े उद्योग हैं। कुल 21676 उद्योगों में एक लाख 12 हजार 73 लोग रोजगार से जुड़े हैं। इन्वेसटर्स समिट में 160 निवेशकों ने 14 हजार 431 करोड़ के निवेश के प्रस्ताव दिए हैं। हमें केवल 4500 करोड़ का लक्ष्य मिला था। इन रोजगारों के स्थापित होने से जिले में 15 हजार लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान होंगे।
जिला उद्योग केंद्र के उपायुक्त परमहंस मौर्य ने कहा कि हम 90 प्रतिशत प्रस्तावों को धरातल पर उतारने का प्रयास करेंगे। उद्यमियों की समस्याओं के निराकरण को निवेश सारथी, निवेश मित्र और ओआईएमएस पोर्टल चल रहे हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ वीरपाल निर्वाल, भाजपा जिलाध्यक्ष विजय शुक्ला, जिला सहकारी बैंक के चेयरमैन सतपाल पाल, आईआईए के चेयरमैन विपुल भटनागर, उद्यमी नीरज केडिया, मनीष भाटिया, भीमसेन कंसल, अमित गर्ग, पवन गोयल, सुशील अग्रवाल, पंकज जैन, शुभ जिंदल, अजय जिंदल, कपिल मित्तल, सुधीर गोयल, अनुज कुच्छल, गौरव कुमार, प्रशांत गुप्ता, नईम चांद, साकार गुप्ता, विपुल गर्ग, अतुल, अरविंद गुप्ता आदि रहे।
इन्वेस्टर्स समिट में उद्यमियों ने समस्या रखी कि एनसीआर में आने से जिले में दिन प्रतिदिन उद्योगों को लेकर नियम बदलते रहते हैं। इसके चलते प्रदूषण नियंत्रण विभाग लगातार शोषण करता है। एमडीए उद्योग के लिए खरीदी गई पूरी जमीन पर चार्ज वसूलता है, जबकि अन्य जिलों में केवल निर्माण क्षेत्र पर ही शुल्क लिया जाता है। आईआईए चेयरमैन विपुल भटनागर ने कहा कि सड़क, बिजली, पेड़ कटाई आदि समस्याओं का निरंतर निस्तारण होना चाहिए।
40 करोड़ 67 लाख की संपत्ति जब्त की
एसपी क्राइम प्रशांत कुमार ने उद्यमियों के बीच बताया कि जिले में भय मुक्त, अपराध मुक्त वातावरण देने का प्रयास किया जा रहा है। तीन साल में अपराधियों की 40 करोड़ 67 लाख की संपत्ति जब्त की गई है। डकैती की एक भी घटना नहीं हुई। लूट में 75 प्रतिशत की कमी हुई है। साइबर क्राइम रोकने के लिए आधुनिक साइबर सेल हमारे पास है। कानून व्यवस्था के माध्यम से हम उद्यमियों को हर तरह से आश्वस्त करते हैं।