मुजफ्फरनगर।  मुजफ्फरनगर के खालापार निवासी जैद ने इंस्टाग्राम पर निशा के नाम से फर्जी आईडी बनाकर लिसाड़ी गेट के उजैफ को हनी ट्रैप में फंसाया और 4.84 लाख रुपये ठग लिए। पीड़ित की शिकायत पर रिपोर्ट दर्ज कर साइबर क्राइम पुलिस ने आरोपी जैद को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने ठगी की सारी रकम ऑनलाइन जुए में लगा दी और हार गया।

मोहम्मद उजैफ ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया था कि बीते वर्ष 9 दिसंबर को उसकी इंस्टाग्राम आईडी पर निशा कुरैशी नाम की आईडी से फ्रेंड रिक्वेस्ट आई थी। दोनों के बीच मेसेज से बातचीत के बाद दोस्ती हो गई। आरोपी ने कुछ मजबूरी बताते हुए आईडी से 300 रुपये मांगे। उजैफ ने ऑनलाइन रुपये ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद व्हाट्सएप पर बातों का सिलसिला शुरू हो गया। आईडी से प्यार भरी बातें की गईं और उजैफ के सामने शादी का प्रस्ताव रख दिया गया।

इसके बाद लगातार अपनी मजबूरी बताकर पढ़ाई करने, डिग्री निकलवाने और फीस जमा करने आदि के लिए रुपये मांगे गए। 19 दिसंबर से 30 दिसंबर के बीच झूठ बोलकर मोहम्मद उजैफ से 4.84 लाख रुपये ठग लिए। शक होने पर उजैफ ने रुपये वापस मांगे तो झूठे केस में फंसाने की धमकी दी गई।

एसपी क्राइम अवनीश कुमार ने बताया कि जांच में सामने आए तथ्यों के आधार पर आरोपी जैद को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में उसने जुर्म कबूल किया है। पुलिस ने उससे ठगी में इस्तेमाल किए दो मोबाइल भी बरामद किए हैं। आरोपी का चालान कर कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया।

पुलिस के मुताबिक पूछताछ में जैद ने बताया कि उसने अपनी बहन का मोबाइल नंबर इस्तेमाल कर निशा कुरैशी, समायला खान, जैनुल कुरैशी आदि नाम से फर्जी आईडी इंस्टाग्राम पर बनाई थीं। इसमें इंस्टाग्राम से ही क्वीन नाम की आईडी से फोटो लेकर अपलोड किए थे। उजैफ से लड़की बनकर बात की और बहन के खाते में फोनपे के माध्यम से रुपये ट्रांसफर करा लिए।

जैद से की गई पूछताछ का हवाला देते हुए पुलिस ने बताया कि आरोपी ने इंस्टाग्राम पर लड़कियों के नाम से कई फर्जी आईडी बना रखी हैं। नई उम्र के लड़के डीपी में सुंदर लड़की की फोटो देखकर दोस्ती करते हैं। उन्हें बेवकूफ बनाकर वह रुपये ठग लेता था। आरोपी को ऑनलाइन जुआ खेलने की आदत है। इसमें वह ठगी गई सारी रकम हार गया।