मुजफ्फरनगर. डीएम चन्द्रभूषण सिंह ने जिला गंगा एवं पर्यावरण समिति की बैठक लेकर निर्देशित किया कि प्रतिबंधित पालीथिन बिक्री पर रोक लगाने के साथ ही बायो मेडिकल वेस्ट को मानक अनुसार कलेक्ट कराकर उसका निस्तारण समय से कराया जाए। उन्होंने किसानों को पराली न जलाए जाने के लिए प्रेरित करने के भी निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये।
डीएम ने लोकवाणी भवन में बैठक लेते हुए जनपद में पॉलिथीन के विरुद्ध कार्यवाही को नगर मजिस्ट्रेट एवं सभी निकाय के अधिशासी अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि सभी अपने-अपने क्षेत्रों में टीम गठित कर वृहद स्तर पर चेकिंग अभियान चलाएं। पॉलिथीन का इस्तेमाल करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करते हुए जुर्माना लगाया जाए। डीएम ने सालिड वेस्ट मैनेजमेंट के संबंध में अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद मुजफ्फरनगर को निर्देशित किया की जनपद में इकट्ठे होने वाले सॉलि़ड वेस्ट का प्रबंधन कर ससमय निस्तारण कराया जाए। साथ ही डीएम ने जिला कृषि अधिकारी को भी निर्देशित भी करते हुए कहा कि पराली जलाने से कृषको को रोके जाने के लिए प्रशिक्षण एवं किसान गोष्ठी के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाया जाए। कृषकों को पराली जलाने से भी रोका जाए।
298 वाहनों का चालान, 3 लाख पौधारोपण का लक्ष्य
परिवहन विभाग की समीक्षा करते हुए एआरटीओ मुजफ्फरनगर ने बताया की गत माह 298 वाहन का चालान किया गया तथा 10 साल से पुराने 86 वाहनों को जांच कर एनओसी जारी की गई। समीक्षा बैठक में वन विभाग से जिला वन अधिकारी श्कन्हैया पटेल ने बताया कि आगामी जून-जुलाई माह में शासन ने 30.30 लाख पौधारोपण का लक्ष्य जनपद को प्रदान किया है। जिसमें समस्त विभ प्रतिभाग करेंगे। बताया कि योजना बनाते हुए जनपद के प्रत्येक क्षेत्र में वृहद रूप से पौधारोपण का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। पौधारोपण कार्यक्रम के साथ ही शासन के निर्देशों के अनुसार अमृत महोत्सव उद्यान कार्यक्रम चलाए जाने की भी योजना है। जिसके अंतर्गत प्रत्येक ग्राम पंचायत एवं नगर पंचायत में 75 पौधों के माध्यम से कोई चित्र जैसे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के नाम, तिरंगा ध्वज इत्यादि बनाए जाएं तथा नगर पालिका परिषद क्षेत्रों में 750 पौधों का लक्ष्य अमृत महोत्सव उद्यान के लिए निर्धारित किया गया है। समीक्षा बैठक के उपरांत जिलाधिकारी द्वारा समस्त अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि सभी अपने कार्य को गंभीरता से लें एवं शासन की मंशा अनुरूप कार्य को संपन्न कराएं यदि किसी विभाग द्वारा कार्य में लापरवाही पाई गई तो उसके विरूद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।