मुजफ्फरनगर। मंगलवार को पूर्वाह्न 11ः00 बजे से दोपहर 01ः00 बजे के मध्य कलेक्ट्रेट स्थित जिला पंचायत सभागार से जिलाधिकारी महोदय की अध्यक्षता में सफलतापूर्वक हुआ, जिसमें यौन हिंसा, लैंगिक असमानता, घरेलू हिंसा, कन्या भ्रूण हत्या, कार्यस्थल पर लैंगिक उत्पीड़न तथा दहेज हिंसा आदि के संबंध में संरक्षण, सुरक्षा तंत्र, सुझावों, सहायता हेतु न्यूनतम 02 घण्टे का पारस्परिक संवाद कार्यक्रम आनलाईन एवं आफलाईन आयोजित हुआ।
जिला प्रोबेशन अधिकारी मौहम्मद मुशफेकीन ने बताया कि आज आयोजित हुए कार्यक्रम में यौन हिंसा, लैंगिक असमानता, घरेलू हिंसा, कन्या भ्रूण हत्या, कार्यस्थल पर लैंगिक उत्पीड़न तथा दहेज हिंसा आदि के संबंध में संरक्षण, सुरक्षा तंत्र, सुझावों, सहायता के साथ-साथ बालक-बालिकाओं के लिए मनोचिकित्सा व कैरियर काउंसिलिंग के विषय में बालक-बालिकाओं, छात्राओं, महिलाओं द्वारा ऑनलाइन एवं फोन कॉल के माध्यम से विशेषज्ञों से सलाह/प्रश्न भी पूछे गये। जन-सामान्य द्वारा कार्यक्रम में ल्वनज्नइमए थ्ंबमइववाए ज्ूपजजमत के माध्यम कार्यक्रम में प्रतिभाग किया गया। कार्यक्रम में निम्नलिखित बिन्दुओं पर संवाद किया गया।
जिला पंचायत सभागार में मिशन शक्ति के अंतर्गत “हक की बात- जिलाधिकारी के साथ” कार्यक्रम में महिलाओं से संबंधित समस्याओं को समझा एवं उनके समस्त प्रश्नों का जवाब दिया। एवं महिलाओं से संबंधित हेल्पलाइन के बारे में अवगत कराया गया।
मिशन शक्ति के तहत जनपद में दो घंटे के पारस्परिक संवाद का आयोजन। यौन हिंसा, लैंगिक असमानता, घरेलू हिंसा, कन्या भ्रूण हत्या, कार्यस्थल पर लैंगिक उत्पीड़न तथा दहेज हिंसा आदि के संबंध में संरक्षण, सुरक्षा तंत्र, सुझावों, सहायता। बालिकाएं भी पोषण, स्वास्थ्य व अन्य मुद्दों पर कर सकतीं हैं बात। मिशन शक्ति अभियान के तहत मंगलवार (10 अगस्त, 2021) को महिलाएं और बच्चे अपने जनपद के जिलाधिकारी से सीधे तौर पर ‘हक की बात’ की गयी। जिसमें महिलायें और बच्चे स्थानीय समस्याओं के साथ ही यौन शोषण, घरेलू हिंसा, दहेज, आर्थिक समस्याओं, शिक्षा तक पहुंच की उपलब्धता की समस्या आदि पर जिलाधिकारी चन्द्रभूषण सिंह से बात की गयी। जिलाधिकारी द्वारा मौके पर ही निवारण हेतु संबधित विभागों या अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गये। जिलाधिकारी से सीधे हक की बात करने के लिए जिले में डेडिकेटेड फोन लाइन, ल्वनज्नइम स्पअम ैजतमंउपदह आदि माध्यमों का प्रयोग किया गया। इस आयोजन से महिलाओं को अपनी समस्याओं को उचित फोरम पर उठाने का जहाँ मौका मिलेगा वहीँ अपनी बात को उठाने में आड़े आने वाली हिचक भी दूर होगी।
महिलायें तथा बच्चे या उनकी ओर से कोई भी घरेलू हिंसा, दहेज शोषण, शारीरिक और मानसिक शोषण, लैंगिक असमानता, बाल विवाह, बाल श्रम, भिक्षावृत्ति, यौनिक हिंसा व छेड़छाड़ आदि मुद्दों पर बात करने के साथ ही इससे निपटने का सुझाव भी जिलाधिकारी के सामने रखे। ज्ञात हो कि प्रदेश में महिलाओं व बच्चों की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलंबन के लिए चलाये जा रहे ‘मिशन शक्ति’ को तृतीय फेस को माहवार मनाने का निर्णय लिया गया है। महिला कल्याण विभाग द्वारा मिशन शक्ति के तहत बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के साथ संयुक्त कार्ययोजना बनाकर इसे चलाया जा रहा है। मिशन शक्ति 3.0 के अन्तर्गत यह अगला कार्यक्रम 02 नवम्बर, 2021 को होना प्रस्तावित है।