मुजफ्फरनगर। मंसूरपुर क्षेत्र के लछेड़ा गांव में कृषि भूमि की नीलामी की मुनादी होने पर किसान के सदमे में आने और उसी वजह से मृत्यु होने का आरोप लगाया गया है।
लछेड़ा गांव निवासी 65 वर्षीय किसान वेद सिंह ने मुकदमे में जिस व्यक्ति की जमानत ली थी, वह फरार चल रहा है। इसके चलते कोर्ट से जमानतदार के वारंट जारी हुए थे। इसके बाद सदर तहसील से वेद सिंह के नाम 50 हजार रुपये की रिकवरी जारी की गई। वेद सिंह के पास 10 बीघा पैतृक कृषि भूमि है। जिससे वह अपने पांच बच्चों का भरण पोषण करते थे।
बीती 26 अप्रैल को सदर तहसील प्रशासन ने गांव में वेद सिंह के नाम 10 बीघा भूमि की नीलामी गुरुवार को कराए जाने की मुनादी कराई, तभी से वह सदमे में थे। गुरुवार को जमीन की नीलामी होनी थी। ग्रामीणों ने बताया कि वेद सिंह सुबह ही खेत पर चले गए थे। जहां दोपहर बाद करीब दो बजे वह मृत मिले। स्वजन का कहना है कि वेद सिंह की मौत सदमे के चलते हुई है। ग्रामीणों ने बताया कि जब जमीन नीलामी की मुनादी हुई थी, तो वेद सिंह ने तहसील अधिकारियों से बेटी की शादी तक रुकने का अनुरोध किया था। पांच दिन बाद वेद सिंह की बेटी की शादी है।
किसान की मौत की सूचना पर रालोद के पूर्व जिलाध्यक्ष अजीत राठी व पूर्व राष्ट्रीय सह संयोजक सुधीर भारतीय ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि करोड़ों के बकाएदारों पर नरमी बरती जाती है। मांग की कि घटना के जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई हो और मृतक के स्वजन को मुआवजा दिया जाए। एसडीएम सदर परमानंद झा और तहसीलदार अभिषेक कुमार व सीओ खतौली राकेश सिंह ने मौके पर पहुंचकर किसानों को समझाया।