मुजफ्फरनगर. कांवड़ यात्रा को लेकर तैयारी तेज हो गई है। प्रशासन की मंशा है कि अधिकतर शिवभक्त चौधरी चरण सिंह कांवड़ मार्ग से होकर गुजरें। गंगनहर के किनारे प्रकाश की व्यवस्था की जिम्मेदारी जिला पंचायत को दी गई है। उत्तराखंड बार्डर से मेरठ सीमा तक लाइटें लगाई जाएंगी। अधिकारियों ने कांवड़ मार्ग का निरीक्षण किया।

जुलाई में शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा के चलते जिला पंचायत अध्यक्ष डा. वीरपाल निर्वाल शुक्रवार को विभागीय अफसरों के साथ चौधरी चरण सिंह कांवड़ मार्ग पर पहुंचे। नहर पटरी पर कांवड़ियों के लिए कराई जाने वाली व्यवस्थाओं के बारे में स्थानीय लोगों से जानकारी ली। निर्वाल ने कहा कि उत्तराखंड बार्डर से मेरठ जनपद की सीमा तक रात के लिए रोशनी की व्यवस्था की जाएगी। रास्ते में पड़ने वाले गूल्लर के पेड़ कटवाने तथा सड़क किनारे से घास साफ कराने को कहा।

कांवड़ियों के लिए पीने का पानी, आराम करने की जगह तथा शौचालय आदि का इंतजाम कराने को निर्देश दिए। खादर तिराहा, नगर पंचायत होते हुए डा. निर्वाल ने ब्लाक परिसर के गेस्ट हाउस में भाजपा कार्यकर्ताओं से यात्रा को लेकर सुझाव भी लिए।

इस दौरान जिला पंचायत सदस्य अरुण त्यागी, निर्दोष जैन, गोविंद शर्मा, मनोज चौहान, हरिराम सक्सेना, केपी सिंह, सुनील प्रधान, डा. रणजीत गोर्सी आदि मौजूद रहे। जिला पंचायत के अध्यक्ष ने अपर मुख्य अधिकारी जीतेंद्र कुमार, भाजपा सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के संयोजक रामकुमार शर्मा, किसान प्रकोष्ठ के मंडल अध्यक्ष ब्रजवीर सिंह, सहकारिता प्रकोष्ठ के रविंद्र कुमार, कुणाल वालिया, अक्षय कुमार आदि के साथ भोपा, जौली, निरगाजनी, नंगला बुजुर्ग में गंग नहर पटरी कांवड़ मार्ग का निरीक्षण किया। मार्ग पर साफ सफाई, झाड़ियों की कटाई, गंग नहर पुलों पर निगरानी के लिए वाच टावर बनाने के आदेश दिए।

अपर मुख्य अधिकारी ने बताया कि जिला पंचायत कांवड़ियों की सुविधा के लिए हाईवे, शामली रोड व गंग नहर पटरी पर लगभग 90 किलोमीटर दूरी में लाइट लगाकर प्रकाश की व्यवस्था करेंगी। इसके लिए जगह-जगह जेनरेटर लगाए जाएंगे। साथ ही आठ जगहों पर निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे व सात वाच टावर भी लगाए जाएंगे। इसके लिए बजट कार्ययोजना बनाई जा रही है, जिसमें करीब 60 लाख से अधिक खर्च होने की संभावना है।

वहीं एडीएम प्रशासन नरेंद्र बहादुर सिंह और सिटी मजिस्ट्रेट अनूप ने कांवड़ यात्रा को लेकर मेरठ-रुड़की रोड पर व्यवस्था देखी। उन्होंने बिजली विभाग के अधिकारियों से कहा कि कांवड़ मार्ग के समीप रखे ट्रांसफार्मर की लकड़ी या प्लास्टिक की छड़ आदि से बेरीकेडिंग की जाए। साथ ही साफ-सफाई के निर्देश दिए।