मुज़फ्फरनगर : मीरापुर का उपचुनाव रालोद प्रत्याशी मिथलेश पाल ने जीत लिया है। उन्होंने सपा की सुम्बुल राना को शिकस्त दी।

मीरापुर उपचुनाव में रालोद प्रत्याशी मिथलेश पाल 30426 वोटों के अंतर से सपा की सुम्बुल राना को हराकर दूसरी बार विधायक बन गईं। मिथलेश को 83852 और सुम्बुल राना को 53426 वोट हासिल हुए।

इससे पहले मिथलेश पाल वर्ष 2009 में हुए उपचुनाव को जीतकर मोरना से विधायक रह चुकी हैं। बसपा प्रत्याशी शाह नजर को सिर्फ 3181 वोट मिले और उनकी जमानत जब्त हो गई। आसपा के जाहिद हुसैन 22400 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रत्याशी अरशद राना को 18867 वोट मिले। सपा की हार की मुख्य वजह ओवैसी फैक्टर माना जा रहा है। पार्टी के अध्यक्ष ओवैसी ने 18 नवंबर को ककरौली में रैली की थी। उपचुनाव में कुल 11 प्रत्याशी मैदान में थे। 497 मतदाताओं ने नोटा का प्रयोग भी किया। कुल एक लाख 84 हजार 666 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग उपचुनाव में किया था।

मीरापुर की नवनिर्वाचित विधायक मिथलेश पाल ने कहा कि उनकी जीत सीएम योगी आदित्यनाथ और रालोद अध्यक्ष एवं केंद्रीय राज्यमंत्री जयंत सिंह के भरोसे की जीत है। चौधरी अजित सिंह ने उन्हें हमेशा राजनीति में आगे बढ़ाया, चुनाव के नतीजों की परवाह नहीं की। 2009 में चौधरी अजित सिंह ने टिकट दिया था। चौधरी चरण सिंह की नीतियों पर चलते हुए वह हमेशा किसान-मजदूरों के हित की लड़ाई लड़ती रहेंगी। राजनीति में उन्हें खूब सम्मान मिला है।