मुजफ्फरनगर। पूर्व कैबिनेट मंत्री हुकुम सिंह की पत्नी रेवती देवी की हत्यारोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पकड़ा गया आरोपी हाईकोर्ट से जमानत पाने के बाद तारीख पर नहीं जा रहा था। दिल्ली से जारी हुए गैर जमानती वारंट के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई की।
नई मंडी कोतवाली की गांधी काॅलोनी में पूर्व कैबिनेट मंत्री हुकुम सिंह अपनी पत्नी रेवती देवी के साथ रहते थे। उनके घर पर नौकरी करने वाला बिहार निवासी शंकर भी अपनी पत्नी के साथ वहीं रहता था। 30 जुलाई 2010 की रात रेवती देवी की नृशंस हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने शंकर, उसके साथी जशोद, रवि, प्रदीप, सुनील, अशोक व ललन को गिरफ्तार किया था। ललन को छोड़ कर अन्य सभी छह आरोपियों को उम्र कैद की सजा सुनाई थी। ललन काे वादा माफ गवाह बना लिया गया था।
आरोपियों ने हाईकोर्ट में जमानत की अपील की थी। अनुमति मिलने पर दिल्ली के बदरपुर निवासी सुनील और अशोक जमानत पर जेल से बाहर आ गए थे। मगर, सुनील हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान तारीख पर नहीं जा रहा था। हाईकोर्ट ने उसके गैर जमानती वारंट जारी कर दिए थे। यह वारंट मुजफ्फरनगर अदालत में भेजकर आरोपी को पकड़ने के आदेश दिए गए थे। अदालत ने एसएसपी मुजफ्फरनगर को आदेशित किया था।
एसएसपी की ओर से बनाई टीम ने शनिवार की शाम सुनील को उसके घर बदरपुर से गिरफ्तार कर लिया। नई मंडी थाना प्रभारी बिजेंद्र सिंह रावत ने बताया कि आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
इस मामले में छह आरोपियों को सजा सुनाई गई थी। तब तीन आरोपी बरेली और तीन आगरा जेल भेजे गए थे। आठ साल पहले एक आरोपी रवि को पुलिस टीम मुजफ्फरनगर कोर्ट में पेश करने के लिए लेकर आ रही थी। वह मुरादाबाद में पुलिस कस्टडी से फरार हो गया था। अभी तक पुलिस उसे पकड़ नहीं पाई।
पूर्व कैबिनेट मंत्री की पत्नी की हत्या के मामले में पैरवी करने वाले अधिवक्ता ओपी कौशिक ने बताया कि रवि आठ साल से फरार हैं। पुलिस उसे पकड़ नहीं सकी हैं। उससे पूर्व मंत्री की बेटी मृगांका सिंह और उसके परिवार को जान का खतरा हैं।