मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर दंगे के दौरान नंगला मंदौड़ पंचायत के परिवाद के मामले में आरोपी सपा सांसद हरेंद्र मलिक कोर्ट में पेश हुए। अन्य आरोपियों की ओर से हाजिरी माफी प्रार्थना पत्र दिया गया।
नंगला मंदौड़ इंटर कॉलेज के मैदान पर 30 अगस्त 2013 को हुई पंचायत के मामले में तत्कालीन एडीएम प्रशासन की ओर से 21 आरोपियों के खिलाफ धारा-188 में परिवाद दर्ज कराया गया था। प्रकरण की सुनवाई सिविल जज सीनियर डिवीजन/विशेष एमपी एमएलए कोर्ट के पीठासीन अधिकारी देवेंद्र सिंह फौजदार कर रहे हैं।
बुधवार को आरोपी सपा सांसद हरेंद्र मलिक हाजिर हुए, जबकि अन्य आरोपियों ने हाजिरी माफी प्रार्थना पत्र दिया। परिवाद में पूर्व मंत्री सुरेश राणा, पूर्व मंत्री डॉ. संजीव बालियान, पूर्व सांसद भारतेंद्र सिंह, पूर्व सांसद सोहनवीर सिंह, पूर्व विधायक अशोक कंसल, पूर्व विधायक उमेश मलिक, श्यामपाल, बिट्टू, एमएलसी अशोक कटारिया, साध्वी प्राची, वीरेंद्र सिंह, यशपाल पंवार, नृसिंहानंद उर्फ दीपक त्यागी, कल्लू, योगेश, सचिन, रविंद्र मिंटू और शिव कुमार नामजद किए गए थे। प्रकरण की अगली सुनवाई चार अक्तूबर को होगी।
सपा सांसद हरेंद्र मलिक ने अलग राज्य की मांग के सवाल पर कहा कि पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. संजीव बालियान को यह प्रस्ताव पास करा देना चाहिए। भाजपा की सरकार है और उनका कद बड़ा है। हंसते हुए यह भी कहा कि अगर अलग राज्य बन गया तो वह मुख्यमंत्री बन जाएंगे। मलिक ने कहा कि अगर जनता चाहती है कि जनगणना हो तो कोई बुराई नहीं है।