मुज़फ्फरनगर :  मुजफ्फरनगर लोकसभा चुनाव के दौरान सरधना को लेकर पूर्व विधायक संगीत सोम और केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान के बीच का विवाद अब मंच से उतरकर सड़क पर आ गया है। दोनों नेताओं के बीच में वार-पलटवार का दौर जारी है। दोनों के बयानों को लेकर राजनीतिक गुणा गणित तेज हो गई है। लोग यह आकलन लगाने में जुट गए हैं कि इन बयानों से चुनावी हवा का रुख किधर जाएगा।

सीएम योगी की रैली के बाद सोम ने साफ कहा कि वो भाजपा का प्रचार करेंगे, लेकिन बालियान का नहीं। दोनों के बीच नाराजगी दूर करने को लेकर कहा कि ‘संजीव बालियान का स्तर नहीं मेरे से बात करने का, मैं गुंडों का सहारा नहीं लेता विकास की राजनीति करता हूं’।

उधर, केंद्रीय मंत्री डा. संजीव बालियान ने कहा कि ‘मैं किसी पर व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं करता’। दोनों के बयानों को लेकर राजनीतिक गुणा गणित तेज हो गई है। लोग यह आकलन लगाने में जुट गए हैं कि इन बयानों से चुनावी हवा का रुख किधर जाएगा।

मुख्यमंत्री पश्चिम उप्र में लगातार दौरे पर हैं। लेकिन, सरधना के ठाकुर चौबीसी के एक गांव रार्धना में जनसभा के पीछे बड़ी रणनीति रही। सीएम योगी ने साफ कहा कि वो जम्मू कश्मीर से सीधे रार्धना आए, जबकि कई और जगहों के कार्यक्रम लगाए जा रहे थे। उन्होंने विपक्षी दलों द्वारा डा. संजीव बालियान और संगीत सोम को जेल भेजे जाने, उन्हें अपने ठीक बगल बैठने और राष्ट्र धर्म की याद दिलाते हुए नाराजगी दूर करने का प्रयास किया।

सीएम योगी ने महाराणा प्रताप के स्वाभिमान की याद दिलाते हुए क्षत्रिय समाज के बीच भावुकता भरा संदेश दिया। साथ ही ठाकुर पंचायतों पर अप्रत्यक्ष रूप से कहा कि ‘ये जाति के सौदागर आएंगे और फिर सौदा करके चले जाएंगे’। तालियां बजाकर लोगों ने स्वागत तो किया लेकिन बाद में संगीत सोम के तेवर ने साफ कर दिया कि उनके और बालियान के बीच की दूरियां घटने के बजाय बढ़ गई हैं।

राजनीतिक जानकार बताते हैं कि केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने अपने नजदीकी और रार्धना गांव के शिवकुमार राणा को अध्यक्ष बनवाकर संगीत सोम के क्षेत्र में अपनी पकड़ बढ़ाने का प्रयास किया। लेकिन, ठाकुर चौबीसी के गांवों में पूर्व विधायक संगीत सोम आज भी मजबूत हैं। पिछले दिनों राणा के गांव में भाजपा विरोधी पोस्टर लगाए गए जिसका प्रदेश इकाई ने गंभीरता से संज्ञान लिया। बुधवार को रार्धना जनसभा में संगीत सोम के समर्थक लगातार नारेबाजी कर शक्ति प्रदर्शन कर रहे थे। सीएम योगी ने मंच से जैसे ही संगीत सोम का नाम लिया…भीड़ से तेजी से नारेबाजी हुई जिसे सीएम ने नजर उठाकर देखा भी।