मुजफ्फरनगर। शाहपुर थाना क्षेत्र में मुठभेड़ में मारे गए 50 हजार के इनामी राशिद उर्फ सिपइया उर्फ चलता फिरता पर मथुरा के थाना सुरीर से भी 25 हजार का इनाम घोषित था। पुलिस के अनुसार वह जम्मू-कश्मीर के कठुआ से पुलिस कस्टडी से भाग गया था। उसके खिलाफ पांच और मुकदमे पुलिस की जांच में प्रकाश में आए हैं।
मुठभेड़ में ढेर राशिद ककरौली में लूट, शाहपुर पुलिस के साथ मुठभेड़ के दो मामलों में फरार चल रहा था। इसी के चलते उस पर 50 हजार का इनाम घोषित किया गया था। पुलिस की जांच में प्रथम दृष्टया उस पर एक दर्जन मुकदमे प्रकाश में आए थे। मगर, बाद में पुलिस को जानकारी मिली कि उसके खिलाफ जम्मू कश्मीर के कठुआ में वर्ष 2003 में हत्या व डकैती के भी मुकदमे थे। वर्ष 2004 में कठुआ में गिरफ्तार होने के बाद वह पुलिस कस्टडी से भाग गया था। इसके बाद उसे जम्मू कश्मीर पुलिस पकड़ नहीं पाई थी।
इन दो मुकदमों के अलावा उसके खिलाफ वर्ष 2012 में शामली जनपद के थाना भवन में डकैती तथा बुलंद शहर के थाना खुर्जा क्षेत्र में भी एक मुकदमा दर्ज हैं। मथुरा में वर्ष 2023 में सुरीर थाने में उसके खिलाफ जानलेवा हमला आदि गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज है। इस मुकदमे में उस पर 25 हजार का इनाम घोषित किया गया था। उधर, मुठभेड़ के दौरान भागे राशिद के साथी का अभी तक पता नहीं चल सका।
राशिद वर्ष 2014 में गाजियाबाद पुलिस द्वारा पकड़ा गया था। वह अपनी असली पहचान छिपाकर मुरादनगर का पता बताकर जेल चला गया था।
जांच में सामने आया कि राशिद पर मथुरा से 25 हजार का इनाम था। उसके खिलाफ दो जम्मू, एक थानाभवन और एक खुर्जा थाने में भी मुकदमा दर्ज हैं।