मुजफ्फरनगर: बहराइच हिंसा के बाद मुजफ्फरनगर को भी सांप्रदायिक दंगे में झोंकने की कोशिश की गई. जनपद की बुढाना कोतवाली क्षेत्र में एक विवादित सोशल मीडिया पोस्ट पर मचे संग्राम का मामला अभी थमा भी नहीं था की सोमवार को इसी मामले से जुड़ा एक और विवादित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया. वायरल वीडियो में लियाकत अली नाम के युवक शनिवार को हुई विवादित पोस्ट के आरोपी अखिल त्यागी को धमकी देते हुए अपशब्द कहता नजर आ रहा है. जिसके चलते हालात को देखते हुए इस मामले में पुलिस ने तुरंत आरोपी युवक लियाकत अली को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.

बता दें कि शनिवार को अखिल त्यागी नाम के एक युवक ने मुस्लिम समाज को लेकर एक विवादित पोस्टर सोशल मीडिया पर जारी किया था. जिसके बाद हजारों की तादाद में मुस्लिम समाज के लोगों ने सड़क पर उतरकर जमकर हंगामा करते हुए आरोपी अखिल त्यागी के घर और दुकान पर पथराव कर सनसनी फैला दी थी. जिसके बाद इस मामले में जहां पुलिस ने आरोपी अखिल त्यागी को उसी दिन गिरफ्तार कर लिया था तो वही इस मामले में पुलिस ने हंगामा और पथराव करने वाले तकरीबन 700 अज्ञात लोगों पर भी मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है. अभी तक एक दर्जन से अधिक लोगों की गिरफ्तारी भी की गई है.

वहीं इस मामले ने अब राजनीतिक रूप भी ले लिया है. उत्तर प्रदेश सरकार में स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने भी आरोपियों पर कार्रवाई की बात कही तो वहीं सोमवार को पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री संजीव बालियान भी आरोपी अखिल त्यागी के घर पहुंचे. जहां उन्होंने सड़क पर इकट्ठा हुई मुस्लिम समाज की भीड़ और पथराव करने वालों पर जल्द ही पुलिस प्रशासन को सख्त से सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी.

एसपी ग्रामीण आदित्य बंसल ने बताया कि आज सुबह ही थाना बुढ़ाना पर एक सूचना प्राप्त हुई थी एक व्यक्ति लियाकत अली जो कस्बा बुढाना के नई मंडी मोहल्ले का रहने वाला है, उसने अपने व्हाट्सएप पर कुछ आपत्तिजनक वीडियो लगा करके डाली है. जिसमें ऐसी बात की गई है जो भड़काऊ नेचर की थी. इसका संज्ञान लेते हुए तत्काल थाना बुढ़ाना में सुसंगत धाराओं में मुकदमा लिखा गया और तत्काल आरोपी को गिरफ्तार करके उसको जेल भेज दिया गया. मेरी सभी से अपील है कि शांति व्यवस्था को बनाए रखें और कोई भी ऐसी बात सोशल मीडिया के माध्यम से न फैलाएं जिससे शांति और कानून व्यवस्था को नुकसान हो.

पुलिस की लगातार सोशल मीडिया पर नजर बनी हुई है. लगातार हमारे स्तर से सोशल मीडिया को मॉनिटर किया जा रहा है. यदि कोई भी व्यक्ति कोई भी ऐसी टिप्पणी करता है या कोई भी ऐसी बात सोशल मीडिया के माध्यम से फैलाने का प्रयास करता है, जिससे शांति व्यवस्था को नुकसान हो सकता है तो उसके विरुद्ध कठोरतम विधिक कार्रवाई की जाएगी.