मुज़फ्फरनगर ।उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में पैतृक गांवों में जनसेवा की खातिर दिग्गज चेहरों को मात देकर युवा प्रधान बन गए हैं। इंजीनियर की नौकरी पसंद नहीं आई, तो शोभित पुंडीर दूधली ग्राम पंचायत का प्रधान बन गए। वहीं, अहमदाबाद में सिविल सेवा की तैयारी कर रहे प्रिंस सिंघल पहली मर्तबा चुनाव लड़े और हैबतपुर के प्रधान बन गए। लुहारी खुर्द के एमसीए पासआउट जैकी राज सैनी ने भी बाजी मार ली।
दूधली निवासी शोभित पुंडीर ने वर्ष 2015 में बीेटेक मेकेनिकल से किया था। उसके बाद फरीदाबाद एक कंपनी में नौकरी कर ली। दो साल बाद पैतृक गांव से लगाव के कारण नौकरी छोड़ गांव आकर सामाजिक कार्यों में जुट गए। सार्वजनिक कार्यों में श्रमदान से सफाई आदि का कार्य किया। पिछले साल उनकी शादी हुई थी। पहली बार पंचायत चुनाव लड़े और 25 की उम्र में गांव के धुरंधरों को मात देकर कामयाबी हासिल कर ली।
हैबतपुर के किसान रविंद्र सिंह के पुत्र प्रिंस सिंघल अविवाहित है। स्नातक करने के बाद वर्ष 2018 में अहमदाबाद जाकर सिविल सेवा की तैयारी शुरू कर दी। पिछले वर्ष लॉकडाउन में गांव आ गए। बाबा महावीर सिंह की विरासत में खेतीबाड़ी परंपरागत व्यवसाय है। ग्रामीणों का बाबा से लगाव रहा, तो पौत्र पर प्रधान बन कर जनसेवा की उम्मीद जता दी। गांव की सेवा के लिए उन्होंने सिविल सेवा का इरादा टाल दिया और चुनाव जीत गए।