मुजफ्फरनगर. सीमा विस्तार और नगर निगम बनने का सपना अब आगामी चुनाव के बाद ही पूरा होगा। शासन को 20 साल में करीब आठ बार सीमा विस्तार और नगर निगम बनाने का प्रस्ताव भेजा गया है, लेकिन अभी तक सीमा विस्तार के लिए कोई कार्रवाई शुरू नहीं हो पायी है। वहीं समिति का भी गठन नहीं हो पाया है। पालिकाध्यक्ष अंजू अग्रवाल के कार्य काल में सीमा विस्तार के लिए दो बार प्रस्ताव बनाकर भेजा जा चुका है, लेेकिन सीमा विस्तार के लिए शासन स्तर से अभी तक कोई दिशा निर्देश नहीं दिए गए है। पालिका की सीमा पर स्थित कालोनियों के करीब सवा लाख से अधिक लोग पालिका सीमा में शामिल होने का वर्षों से इंतजार करते आ रहे है।

नगर पालिका के सीमा विस्तार और नगर निगम बनाने की मांग कई वर्षों से चली आ रही है। शासनादेश के अनुसार जिन नगर पालिका क्षेत्र की जनसंख्या तीन लाख से अधिक है उन्हें नगर निगम बनाने का नियम है। वर्तमान में नगर पालिका क्षेत्र की जनसंख्या करीब चार लाख हो गयी है। पूरी नगर पालिका शहर विधान सभा सीट अंतर्गत की आती है। नगर पालिका के पास विकास योजनाओं को चलाने के लिए अपनी भूमि बहुत की कम है। यह नगर पालिका प्रदेश की सबसे अधिक नगर पालिका है। नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन कपिल देव अग्रवाल के समय काल में भी नगर पालिका के सीमा विस्तार का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया था। हालाकि उस समय प्रदेश में बसपा की सरकार थी। वहीं पूर्व चेयरमैन पंकज अग्रवाल के समय में भी सीमा विस्तार का प्रस्ताव भेजा गया था।

तत्कालीन स्व. राज्यमंत्री चितरंजन स्वरूप ने पालिका को नगर निगम बनाए जाने के लिए प्रयास करके नगर के आस पास के और बाईपास की सीमा पर स्थित 21 गांवों के प्रधानों और ग्राम सचिवों से अनापत्ति प्रमाणपत्र जारी कर दिया गया था। जब पत्रावली शासन को भेजी गई तो उस समय मुजफ्फरनगर में साम्प्रदायिक दंगा हो गया था। जिस कारण शासन स्तर पर इस संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया गया। इसके बाद फिर से इस फाइल को चलाया गया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो पायी। पालिकाध्यक्ष अंजू अग्रवाल के समय काल में भी सीमा विस्तार की पत्रावली दो बार शासन को भेजी जा चुकी है। पहली बार इस पत्रावली पर आपत्ति लग गई थी, लेेकिन अब दूसरी बार प्रस्ताव भेजने के बाद अभी तक कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाय गई है।

बताया जाता हैे कि आदर्श कालोनी, रामपुरी, कूकडा, जानसठ रोड पर विकसित होती कालानियां, सूजडू गांव का कुछ भाग, शाकंुतलम कालोनी, एटूजेड कालोनी, वसंुधरा आदि कालोनी शामिल कर पालिका का सीमा विस्तार कर नगर निगम बनाने का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा हुआ है। जिस पर अभी तक शासन स्तर से कोई निर्णय नहीं हो पाया है। नगरपालिका क्षेत्र के बाहर की ओर बनी कालोनियो को मिलाकर सीमा विस्तार कर नगर निगम बनाए जाने का प्रस्ताव शासन को भिजवाया गया है। मुख्यमंत्री को मेरे द्वारा खुद भी प्रस्ताव देकर मुजफ्फरनगर को नगर निगम बनाए जाने की मांग की जा चुकी है। इस पर कैबिनेट की बैठक में निणर्य होगा।

“सीमा विस्तार एवं नगर निगम बनाने का प्रस्ताव पूर्व में शासन को प्रेषित किया गया था। अभी तक इस पर कोई निर्णय शासन स्तर से नहीं हो पाया है। वर्तमान में नगरपालिका के सीमा विस्तार के लिए नया प्रस्ताव भेजने को कोई समिति भी अभी नहीं बनी है।”