मुजफ्फरनगर। प्रदेश के बजट में पौराणिक तीर्थ शुक्रताल के लिए दस करोड़ रुपये के बजट की व्यवस्था प्रस्तावित की गई है। जलभराव और कूड़ा निस्तारण की समस्याओं को संत समाज की ओर से सरकार के समक्ष रखा गया था।

बुधवार को शुकतीर्थ के समेकित पर्यटन विकास के लिए 10 करोड़ रुपये प्रस्तावित किए गए। प्रस्ताव से तीर्थ के विकास की उम्मीद को पंख लग गए हैं। संत समाज शुकतीर्थ की सड़कों पर जलभराव की समस्या से निजात दिलाने की मांग करता रहा है। कूड़े का निस्तारण नहीं होना भी यहां बड़ी समस्या है। बजट में प्रस्ताव आ जाने से उम्मीद बंध गई है कि शुक्रताल के लोगों की समस्या का समाधान होगा और यहां आने जाने वाले लोगों को समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा।

कौशल विकास राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि तीर्थ के विकास के लिए सरकार गंभीर है। गंगा की धारा लाने का भी प्रयास किया जा रहा है।