मुजफ्फरनगर । ट्रैक्टर मार्च के बाद पंचायत में नरेश टिकैत ने कहा कि मुफ्त का अनाज खाकर दिल्ली के कबूतर उड़ना भूल गए। उन्होंने कहा कि सरकार को फ्री की योजानएं बंद कर देनी चाहिए।
भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि सरकार को फ्री की योजनाएं बंद कर देनी चाहिए। मुफ्त का अनाज देने के बजाए लोगों के लिए शिक्षा और बेहतर चिकित्सा की व्यवस्था करें। मुफ्त का अनाज खाकर दिल्ली के कबूतर उड़ना भूल गए हैं। पंजाब और यूपी के गन्ने के भाव में 22 रुपये का अंतर है, एक देश में एक भाव रहना चाहिए।
कुछ लोग आधा राशन बेचकर शराब पी लेते हैं, इससे सरकार का प्रयास भी बेकार हो जाता है। किसान की मेहनत भी गई और शराब पीने वाले व्यक्ति का परिवार भी गया। लोगों से आह्वान किया कि मेहनत से काम करें। दिल्ली का उदाहरण देते हुए कहा कि कबूतरों को वहां अनाज डाला जाता है। वहीं, अनाज बेचने वाले बैठे होते हैं। बिना मेहनत किए अनाज खाकर कबूतर उड़ना भूल गए हैं। आमजन की आवश्यकता केवल फ्री का अनाज ही नहीं है, बल्कि बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य, गैस और बिजली आपूर्ति भी है। किसान सहूलियत और सम्मान चाहते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेरठ में 450 रुपये प्रति क्विंटल का भाव देने की बात कही थी।