मुजफ्फरनगर। जिले में बृहस्पतिवार से नए सर्किल रेट लागू हो गए है। शहर के शिव चौक से अस्पताल तिराहे तक जमीन की खरीददारी शहर में सबसे महंगी हो गई है। प्रशासन ने इसका सर्किल रेट 80 हजार प्रति वर्ग मीटर तय किया है। दूसरे स्थान पर 75 हजार प्रति वर्ग मीटर का सर्किल रेट टाउन हाल रोड और सदर बाजार का है।
डीएम चंद्रभूषण सिंह ने नए सर्किल रेट लागू कर दिए है। नई रेट सूची को 31 अगस्त की रात अंतिम रूप दिया गया। रुड़की रोड पर जीटी रोड तक इससे आगे के हिस्से का सर्किल रेट 70 हजार वर्ग मीटर तय किया गया है। शिव चौक से नुमाइश तक का सर्किल रेट भी 70 हजार प्रति वर्ग मीटर तय हुआ है। पचैंडा रोड का 40 हजार प्रति वर्ग मीटर, नई मंडी के घेर खत्ती, वकील रोड, गोशाला रोड, गुड़ मंडी रोड, पीठ बाजार का सर्किल रेट 65 हजार प्रति वर्ग मीटर तय किया गया है। सिविल लाइन उत्तरी, आर्यपुरी, सदर बाजार, सिविल लाइन दक्षिणी का सर्किल रेट 75 हजार तय किया गया है। सिविल लाइन उत्तरी, दक्षिणी, सिद्धार्थ कॉलोनी का सर्किल रेट 60 हजार प्रति वर्ग मीटर रखा गया है। प्रकाश चौक से महावीर चौक के बीच का 70 हजार प्रति वर्ग मीटर, सरकुलर रोड का 50 हजार प्रति वर्ग मीटर रखा गया है। अलमासपुर, अवध विहार, स्टेट बैंक कालोनी का 20 हजार प्रति वर्ग मीटर रखा गया है। भरतिया कॉलोनी, मुनीम कॉलोनी, संजय मार्ग, पटेल नगर का सर्किल रेट 26 हजार प्रति वर्ग मीटर रखा गया है। व्यवसायिक दुकानों का रेट अलग से तय किया गया है।
कहां-कितने सर्किल रेट
शहर का क्षेत्र सर्किल रेट प्रति वर्ग मीटर
शिवचौक से अस्पताल 80 हजार
अस्पताल से जीटी रोड 70 हजार
शिवचौक से नुमाइश 70 हजार
नुमाईश से सूजडू 50 हजार
पचेंडा रोड गांधाी कालोनी 40 हजार
कच्ची सड़क रोड 40 हजार
नईमंडी, वकील रोड 65 हजार
शिवचौ से टाउन हाल 75 हजार
सदर बाजार, आर्यपुरी 75 हजार
प्रकाश चौक से एसडी 60 हजार
महावीर चौक से मीनाक्षी 60 हजार
प्रकाश चौक से महावीर 70 हजार
महावीर चौक से सरकुलर रोड 50 हजार
रेलवे स्टेशन रोड 40 हजार
कोर्ट रोड 70 हजार
द्वारिकापुरी, देवपुरम 35 हजार
अलमासपुर से सब्जी मंडी 30 हजार
सरवट, मदीना कालोनी 32 हजार
अलमासपुर, रेशू विहार 20 हजार
लक्ष्मण विहार, मीका विहार 45 हजार
अलमासपुर से जानसठ रोड 45 हजार
नईमंडी से भोपा रोड 45 हजार
एटूजेड, वसुंधरा 18 हजार
11 दिन में आया 17 करोड़ का राजस्व
सर्किल रेट बढ़ने की संभावना को देखते हुए अगस्त माह के आखिरी 11 दिन से रजिस्ट्री कार्यालयों में भीड़ लगी रही। 19 अगस्त से 30 अगस्त तक जिले में रजिस्ट्री के माध्यम से 17 करोड़ रुपये के राजस्व की प्राप्ति हुई है, जबकि एक अगस्त से 30 अगस्त तक जिले में 33 करोड़ 44 लाख रुपये का राजस्व सरकार को मिला है। पिछले वर्ष इतने समय में केवल 21 करोड़ 42 लाख रुपये का राजस्व ही सरकार को मिला था।
ग्रामीण क्षेत्र में बढ़ोत्तरी न के बराबर
सर्किल रेट में बढ़ोत्तरी उन्हीं क्षेत्रों में हुई है, जहां पर जमीनों के दाम बढे़ हैं। यही कारण है कि शहरी क्षेत्र में ही अधिक असर दिखाई देगा। ग्रामीण क्षेत्र में सर्किल रेट में न के बराबर ही बढ़ोत्तरी हो पाई है। – पुनीत कुमार, एआईजी स्टांप