मुज़फ्फरनगर: नगर पालिका मुजफ्फरनगर का क्षेत्र बढ़ने के बाद पात्रों के राशन कार्ड नहीं बनने वाला ग्रहण इस महीने से हट गया है। पिछले करीब छह महीने से ज्यादा समय में केवल शहरी क्षेत्र से एक हजार से ज्यादा अपात्रों के राशन कार्ड काटे गए, जिसके लिए शहरी क्षेत्र में नए राशन कार्ड बनाने के लिए निर्धारित लक्ष्य में जगह हुई। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि जनवरी 2025 में नए राशन कार्ड बनने शुरू हो गए हैं।
मुजफ्फरनगर के नगरीय पूर्ति कार्यालय से संचालित शहर में राशन की दुकानों की संख्या करीब 52 थी, जो नगरपालिका क्षेत्र का विस्तार होते ही बढ़ गई। 11 ग्राम पंचायतों की करीब 28 दुकाने पर संचालित पांच हजार से अधिक राशन कार्ड एक साथ ही नगरक्षेत्र में जुड़ गए थे, जिस कारण शहर में निर्धारित राशन कार्ड बनाने का 64.2 प्रतिशत लक्ष्य से कई अधिक कार्ड नगरक्षेत्र में दिखाई देने लगे। इस कारण पात्रों के आवेदन करने के बाद भी नए राशन कार्ड नहीं बन पा रहे थे। इस समस्या को खत्म करने में तत्कालीन पूर्ति निरीक्षण कमुधी पाल व अन्य कर्मचारियों ने अपात्रों के राशन कार्ड काटने के लिए मेहनत की, जिसके बाद एक हजार से अधिक राशन कार्ड निरस्त हुए। इसमें सबसे ज्यादा उन उपभोक्ताओं के कार्ड कटे, जो इनकम टैक्स पेयर थे। दिसंबर तक शहर में राशन कार्ड का कोटा 64 प्रतिशत से कम किया गया, जिसके बाद जनवरी 2025 से पात्रों राशन कार्ड बनने का रास्ता साफ हो सका।
नगरपालिका क्षेत्र के विस्तार के कारण 11 गांव के राशन डीलरों के कार्ड शहर में शामिल हुए, जिसके कारण लक्ष्य से कई गुणा कार्ड का ओवरलोड हो गया। अपात्रों के कार्ड काटे गए, जिसके बाद नए कार्ड के लिए जगह खाली हुई। जनवरी से नए पात्रों के कार्ड बनने लगे हैं।