मुजफ्फरनगर। जनपद की 498 ग्राम पंचायतों में हुई सरकारी फॉगिंग का मच्छरों पर कोई असर नहीं हुआ है। संचारी रोग नियंत्रण को लेकर डीपीआरओ के निर्देशन में करायी गई फॉगिंग का ग्राम पंचायतों को कोई असर नहीं दिखायी पड रहा है। चौतरफा मच्छर और बुखार आदि बीमारी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। इस अभियान को धरातल पर सहीं तरह से नहीं चलाया गया है। जिस कारण देहात क्षेत्र में बडे स्तर पर बीमारी फैलती जा रही है। सूत्रों की माने तो अधिकांश गांव में दस्तावेजों में ही फॉगिंग करायी गई है। वहीं कुछ गांव में फोटो खिंचवाने के बाद इस अभियान को पूरा किए बंद कर दिया गया।
शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के लोग डेंगू और मलेरिया आदि बुखार के प्रकोप से जूझ रहे हैं, लेकिन सरकारी मशीनरी पूरी तरह से गंभीर नहीं है। संचारी रोग नियंत्रण को लेकर डीपीआरओ विभाग के द्वारा अभियान चलाया गया। 1 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक इस अभियान को 498 ग्राम पंचायतों में चलाया गया है। जनपद की किसी भी ग्राम पंचायत के पास फॉगिंग करने के लिए बड़ी मशीन नहीं है। इन ग्राम पंचायतों में किराया पर मशीन लेकर फॉगिंग करायी जाती है, लेकिन गांव में फॉगिंग कराने के लिए काफी संख्या में छोटी मशीने है। डीपीआरओ के निर्देशन में 15 दिन पहले भी फॉगिंग को लेकर एक विशेष अभियान चलाया गया है। लेकिन किसी भी फॉगिंग अभियान का मच्छर और बीमारी पर कोई असर नहीं हुआ है।
“संचारी रोग नियंत्रण के लिए अक्टूबर माह में सभी 498 ग्राम पंचायतों में विशेष सफाई और फॉगिंग आदि करायी गई है। फॉगिंग कराने के लिए ग्राम पंचायतों में बड़ी मशीन नहीं है, लेकिन छोटी मशीने है। बडी मशीन किराए पर लेकर ग्राम पंचायतों में फॉगिंग करायी जाती है। अब फिर दोबारा से सभी ग्राम पंचायते अपने स्तर पर फॉगिंग करा रही है।”
शहर को मच्छरों के प्रकोप से छुटकारा दिलाने के लिए नगर पालिका के पास फॅागिंग मशीनों का अभाव बना हुआ है। नगर पालिका के पास मात्र तीन मशीनें है। जिनके सहारे नगर पालिका शहर के 50 वार्डों में फोगिंग करा रही है। उधर नगर पालिका की लापरवाही और खराब रख रखाव के कारण दो मशीन खराब हो गई है। दो मशीन खराब होने के कारण फॉगिंग प्रभावित बनी हुई है।