मुजफ्फरनगर। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ ले रहे अपात्र पकड़ में आने लगे है। जिले में अब तक 7275 चिन्हित किए गए हैं। इनमें 4789 आयकर दाता किसान हैं। सूची केंद्र सरकार ने भेजी है। कार्रवाई के डर से अपात्रों ने पैसा लौटाना शुरू कर दिया है। अब तक 45 लोग पैसा लौटा चुके हैं।

पीएम किसान सम्मान निधि में जिले के दो लाख 34 हजार 333 किसान पंजीकृत हैं। आधार कार्ड और एकाउंट के मिलान का कार्य जिले के प्रत्येक गांव में चल रहा है। जनसेवा केंद्रों के माध्यम से 87 हजार 46 किसानों की केवाईसी हो चुकी है। एक लाख 47 हजार 287 किसान अभी बाकी है।

योजना में एक किसान को एक वर्ष में छह हजार किसान सम्मान निधि के रूप में मिलता है। प्रति वर्ष लगभग 120 करोड़ यहां किसानों को मिल रहा है। बड़ी बात यह है कि इस योजना का लाभ ऐसे किसान भी ले रहे हैं जो पात्र नहीं है। योजना के नियम के अनुसार दस हजार से अधिक की पेंशन पाने वाले, सरकारी नौकरी पाने वाले, आयकरदाता, संवैधानिक पद पर कार्यरत किसान को इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा। प्रधान और बीडीसी भी पात्रता की श्रेणी में नहीं है। चिन्हित किए गए अपात्रों में 4789 आयकरदाता है, 34 मृतक हैं, 2337 दूसरे का एकाउंट देने वाले, 53 अन्य की आईडी से पंजीकरण कराने वाले, 52 ऐसे है जिनका आधार अपडेट नहीं है।

उपनिदेशक कृषि आरपी चौधरी ने बताया कि अपात्रों से किसान सम्मान निधि में दिए गए पैसे की वसूली शुरू कर दी गई है। सभी को नोटिस जारी किए गए है। 25 ऐसे किसानों ने पैसा वापिस किया है जो आयकरदाता है। एक मृतक किसान के परिजनों ने पैसा लौटाया है। जिले में 45 अपात्र किसान दो लाख 34 हजार 333 रुपये वापिस कर चुके हैं।

मृतक किसान भी पा रहे पेंशन
कृषि विभाग के रिकार्ड के अनुसार 34 किसान ऐसे है, जिनकी मृत्यु हो चुकी है और उनके खाते में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि नियमित जा रही है। मामला उजागर होने के बाद एक मृतक किसान के परिजनों ने सम्मान निधि का पैसा लौटा दिया है। अन्य पर कार्रवाई चल रही है।

बिना केवाईसी के पैसा जारी नहीं होगा
उप निदेशक कृषि आरपी चौधरी का कहना है कि केंद्र सरकार के निर्देश पर जिले में इस समय केवाईसी का काम चल रहा है। किसान सम्मान निधि पाने वाले प्रत्येक किसान का आधार कार्ड और एकाउंट नंबर का मिलान हो रहा है। जिले में 37 प्रतिशत कार्य पूरा हो गया है 63 प्रतिशत बाकी है। केवाईसी के बाद ही किसानों के खातों में पैसा जारी होगा।