दिल्ली| हरियाणा के नूंह जिले में सोमवार को विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के एक धार्मिक जुलूस के दौरान पथराव और कई वाहनों में आग लगाने से भड़की हिंसा ने गुरुग्राम और फरीदाबाद को भी अपनी चपेट में ले लिया। इस हिंसा में दो होमगार्ड्स के मरने और करीब एक दर्जन पुलिसकर्मियों के घायल होने की खबर है।
हिंसा के बीच, गुरुग्राम में देर रात एक समूह के अज्ञात लोगों ने सेक्टर-57 की अंजुमन मस्जिद को आग के हवाले कर दिया। इस घटना में एक युवक के मरने और एक अन्य के गंभीर रूप घायल होने की भी खबर है और तीन लोग मामूल घायल बताए जा रहे हैं। घटना की सूचना मिलते ही दमकल की आधा दर्जन गाड़ियों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
बताया जा रहा है कि यह घटना आधी रात से 1 बजे के बीच हुई, जब भीड़ हाथों में लाठी-डंडे लेकर सेक्टर-57 की एक स्थानीय मस्जिद पर हमला करने लगी। भीड़ ने मस्जिद पर पथराव शुरू कर दिया और कई राउंड फायरिंग की, समूह के कुछ सदस्य वहां मौजूद लोगों पर हमला करने के लिए मस्जिद के अंदर घुस गए। गोलीबारी के कुछ ही मिनटों में मस्जिद में आग लग गई।
गुरुग्राम सेक्टर-56 थाना पुलिस ने इस घटना के संबंध में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। गुरुग्राम पुलिस कमिश्नर कला रामचंद्रन ने मंगलवार को कहा कि हमलावरों की पहचान कर ली गई है और उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें छापेमारी कर रही हैं।
कई हमलावरों को पकड़ा भी गया है। मामले की जांच जारी है। कमिश्नर ने कहा कि पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी शांति व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए दोनों समुदायों के प्रमुख सदस्यों के साथ बैठकें भी कर रहे हैं।
नूंह में कर्फ्यू लगाने के साथ ही 2 अगस्त तक के लिए इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं। इसके साथ ही नूंह की सीमाएं सील कर चप्पे-चप्पे पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों के जवानों को तैनात कर दिया गया है। वहीं गुरुग्राम, फरीदाबाद और पलवल जिलों में भी आज एहतियातन स्कूल-कॉलंज बंद कर दिए गए हैं।
बता दें कि, पुलिस के अनुसार, सोमवार को विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की बृज मंडल जलाभिषेक यात्रा को नूंह में खेड़ला मोड़ के पास युवकों के एक समूह ने रोका और पथराव करने लगे। इस दौरान जुलूस में शामिल कुछ गाड़ियों में आग भी लगा दी गई। इसके बाद दो पक्षों के बीच हुए पथराव के दौरान भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। तनाव की स्थिति को देखते हुए इलाके में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई और अन्य क्षेत्रों से भी पुलिस बल बुलाया गया।
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि पुलिस ने नूंह के एक शिव मंदिर से लगभग 2,500 पुरुषों, महिलाओं और बच्चों को बाहर निकाला। इनमें श्रद्धालु और वे लोग शामिल थे जिन्होंने दोनों पक्षों के बीच झड़प के दौरान वहां शरण ली थी।