मुजफ्फरनगर। दिल्ली में पिछले करीब तीन महीनों से लगातार चल रहे किसान आंदोलन के बीच अब मुजफ्फरनगर के लोगों में भाजपा के प्रति पनपता आक्रोश धीरे-धीरे सामने आने लगा है। मुजफ्फरनगर तथा शामली जिले के कईं गांवों में भाजपा नेताओं की नो एन्ट्री के बोर्ड लगने के बाद अब शहर से सटे गांव मुस्ताफाबाद पचेंडा में भी भाजपा नेताओं की नो एन्ट्री का बोर्ड लगने की खबरें हैं। बोर्ड पर लिखा गया है सब याद रखा जाएगा।

प्राप्त जानकारी के अनुसार कृषि कानून बिल के विरोध में दिल्ली यूपी बॉर्डर पर चल रहे किसानों के धरने को लेकर पनप रहे आक्रोश के बीच बुधवार को पचेंडा गांव में युवाओं ने इकट्ठा होकर गांव में (सब याद रखा जाएगा) के होर्डिंग बोर्ड एवं फोटो लगाकर जगह जगह लगा दिये है। ग्रामीण बीजेपी नेताओं को गांव में नहीं घुसने देने की चेतावनी दे रहे है।

एक न्यूज वेबसाईट की खबर के अनुसार स्थानीय निवासी सुमित चौधरी का कहना है 26 जनवरी को किसानों पर अत्याचार किया गया, जिसके बाद अब 2022 के चुनाव को लेकर गांव में होर्डिंग बोर्ड युवाओं ने लगाए हैं, जिला पंचायत चुनाव में गांव से बीजेपी को एक भी वोट नहीं मिलेंगा, इसी के साथ-साथ अगर 2022 के चुनाव को लेकर गांव में कोई बीजेपी नेता वोट मांगने या फिर किसी और मकसद आता है तो उसके साथ दुर्व्यवहार अगर होता है तो उसका जिम्मेदार वह खुद होगा।