मुजफ्फरनगर। शहरी सफाई व्यवस्था में देश और प्रदेश की रैकिंग में पिछड़ने तथा शहर की सफाई व्यवस्था बदहाल होने पर चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल ने कहा कि वह स्वयं भी सफाई व्यवस्था से संतुष्ट नहीं हैं, लेकिन हम लगातार इसे बेहतर करने के प्रयास कर रहे हैं। यह सामूहिक योगदान से संभव हो पायेेगा। हमने सफाई व्यवस्था के लिए बंद कूड़ा प्लांट को विशेष प्रयास करते हुए चलवाया था, लेकिन पिछले कुछ दिनों से यह पुनः बंद हो गया। हम इसको दोबारा शुरू कराने जा रहे हैं। इसके साथ ही इस एक साल में मुजफ्फरनगर की सफाई व्यवस्था के लिए हम इंदौर मॉडल को लाने की तैयारी कर रहे हैं। इंदौर सिटी प्रशासन से हमने सम्पर्क किया है। वहां पर टीम भेजकर प्रशिक्षण कराने के साथ ही इंदौर में अपनाये गये प्रयोगों को जनसहयोग से यहां पर लागू करेंगे। इनमें कूड़ा घरों को काम्पैक्टर लगाने की योजना भी शामिल हैं। शहर को सुन्दर और स्वच्छ बनाने के लिए सभी को सहयोग करना होगा।
भ्रष्टाचार की शिकायतों के मामले में शासन स्तर से 1.95 लाख रुपये की रिकवरी के आदेश होने पर चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल ने जवाब दिया कि कोरोना काल में जब सभी कुछ थमा हुआ था, तो शासन ने उनको नोटिस भेजा था। उस नोटिस में जो भी आरोप लगाये गये, उन सभी का तथ्यों के साथ हमने शासन को जवाब भेजा। इस मामले में 2 साल 8 माह बाद शासन ने अपना निर्णय सुनाया और मामले का निस्तारण किया है। इसमें ठेका नहीं छोड़ने को लेकर वित्तीय क्षति के रूप में उन पर 1.95 लाख की रिकवरी का आदेश किया गया है। इसके लिए हमने शासन में अपील की है। उन्होंने कहा कि मैंने पालिका को कोई वित्तीय क्षति नहीं पहुंचाई है, ठेका पूर्व वर्ष से कम दरों पर छोड़ा गया था, जिसे निरस्त कराकर कर्मचारियों से सीधे लाइसेंस शुल्क की वसूली कराने की व्यवस्था की थी। चेयरपर्सन ने दावा किया है पालिका को उनकी नीति के कारण ही ठेका और लाइसेंस शुल्क के सहारे 58 लाख रुपये की आय हुई है।
नगरपालिका परिषद् की चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल ने चौथे साल की प्रेस कांफ्रेंस में अपने भतीजे और पूर्व चेयरमैन पंकज अग्रवाल की खुले मन से प्रशंसा की। यह पहला अवसर था जबकि अंजू अग्रवाल ने पंकज अग्रवाल के 5 साल के कार्यकाल को विकासशील कार्यकाल बताया। उन्होंने कहा कि मेरे कार्यकाल से पूर्व मेरे भतीजे पंकज अग्रवाल ने चेयरमैन रहते हुए नगर में विकास की गंगा बनाने का काम किया। परन्तु बीच में आये प्रशासकीय कार्यकाल में बोर्ड के खजाने को खाली कर दिया गया और बोर्ड पर भारी कर्ज हो गया। जब मैंने पदभार संभाला तो पालिका कोष पर 15 करोड़ रुपये की देनदारी का दबाव था। यह देनदारी सर्वाधिक रूप से रिटायर्ड कर्मचारियों के देयों के बकाया के रूप में थी। मैं आज प्रसन्न हूं कि इन कर्मचारियों की देनदारियों के साथ ही पालिका को सभी कर्ज से मुक्त करते हुए 12 करोड़ रुपये के लाभ तक पहुंचाया जा सका है। आज व्यवस्था है कि पालिका से रिटायर्ड होने पर कर्मचारियों को उनके सभी देयकों का भुगतान बिना सिफारिश के हो रहा है। हम कर्मचारियों के हितों को साध पाये, यह हमारी सफलता है।
भाजपा जिलाध्यक्ष विजय शुक्ला ने नगरपालिका परिषद् की चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल के कार्यकाल के चार वर्ष पूर्ण होने पर स्वीकार किया कि उनके नेतृत्व में शहरी विकास के रूप में चमत्कार हुआ। चेयरपर्सन आवास पर विजय शुक्ला ने पहले तो चार साल की उपलब्धियों पर प्रकाशित पत्रिका चार साल-चमत्कारी काल का विमोचन किया। इस बाद अपने सम्बोधन में कहा कि कोरोना काल में चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल ने उत्कृष्ट कार्य किया। शहर के विकास के लिए उनके चार साल पूरी तरह से समर्पित रहे ओर वास्तव में उनके कार्यकाल में चमत्कार हुआ है। उन्होंने सफलतम कार्यकाल के लिए चेयरपर्सन को बधाई दी। इस अवसर पर मुख्य रूप से इंजी. अशोक अग्रवाल, अभिषेक अग्रवाल, अभिनव अग्रवाल, वंशिका अग्रवाल, विकास अग्रवाल, नरेन्द्र गोयल, अंकुर गर्ग, शिवनारायण अग्रवाल, सभासद अरविन्द धनगर, पवन कुमार, राहुल पंवार, नरेश मित्तल, मनोज वर्मा, सरफराज आलम, अब्दुल सत्तार, मौहम्मद सलीम, प्रेमी छाबड़ा, विपुल भटनागर, परवेज आलम, सलेकचंद, हनी पाल, अमित बॉबी, पिंकी, ईओ हेमराज सिंह, टीएस आरडी पोरवाल आदि मौजूद रहे। संचालन स्टेनो अध्यक्ष गोपाल त्यागी ने किया।