नोएडा ।  कृषि कानूनों और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी की टिप्पणी का विरोध कर रहे किसानों और मंत्री के बेटे के बीच रविवार को हिंसक टकराव में आठ लोगों की मौत के बाद उत्तर प्रदेश में बवाल मचा हुआ है। सियासी उबाल के बीच कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी लखीमपुर जाने के लिए निकलीं लेकिन उन्हें सीतापुर के हरगांव में पुलिस ने हिरासत में ले लिया। लखनऊ में धरने पर बैठे अखिलेश यादव को हिरासत में ले लिया गया है। वहीं केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया है। 

लखीमपुर खीरी में किसानों की मौत के बाद सोमवार को झांसी और ललितपुर में भी किसान और सपा नेता सड़क पर उतर आए। झांसी के इलाइट चौराहे पर सपा नेताओं ने प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस ने दर्जनों सपा कार्यकर्ताओं और नेताओं को गिरफ्तार कर लिया। इन्हें पुलिस लाइन ले जाया गया। जहां सपाइयों और पुलिस के बीच तीखी नोंक-झोंक हुई। इसके अलावा आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी पुलिस लाइन में प्रदर्शन किया। वहीं कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी और महासचिव प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी को लेकर कांग्रेस नेताओं ने भी प्रदर्शन किया। उधर, ललितपुर में किसानों की मौत को लेकर घंटाघर पर सपा नेताओं ने प्रदर्शन किया। वहीं प्रदर्शन को लेकर पुलिस बल की तैनाती की गई।

सुबह से ही किसानों और प्रशासन के बीच में वार्ता चल रही थी जिसमें दोनों पक्षों में सुलह हो गई है। किसानों की मांग प्रशासन ने मांग ली है और एलान किया है कि मृतक किसानों के परिजनों को 45-45 लाख रुपये दिए जाएंगे। घायल किसानों को दस लाख देने की घोषणा की गई है। इसके साथ ही नई कमेटी का गठन किया जाएगा जो रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में मामले की जांच करेगी। एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया है कि दोषियों के खिलाफ केस दर्ज हो गया है, जांच जारी है। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।

अखिलेश यादव की रिहाई की मांग को लेकर अमरोहा कलक्ट्रेट पहुंचे सपाइयों ने किसानों के धरने में शामिल होने की कोशिश की। तभी भाकियू नेताओं ने राजनीतिक दलों को दूर रहने की हिदायत देते हुए सपाइयों को वापस कर दिया। इसके बाद सफाई होने डीएम कार्यालय के बाहर बैठकर धरना देकर अखिलेश यादव की रिहाई की मांग की। रविवार को लखीमपुर खीरी में केंद्रीय राज्य मंत्री के बेटे की गाड़ी से किसानों की मौत के बाद हुए भाकियू के अलावा विभिन्न राजनीतिक पार्टियों का आंदोलन उग्र रूप लेता जा रहा है। सोमवार को भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट के अलावा सपा और कांग्रेस ने भी विरोध जताया। दोपहर करीब बारह बजे कलक्ट्रेट परिसर में भारतीय किसान यूनियन टिकैत गुट का धरना चल रहा था। तभी एमएलसी परवेज अली के नेतृत्व में तमाम सफाई कलक्ट्रेट पहुंच गए और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की रिहाई की मांग करते हुए किसानों के धरने में शामिल होने लगे। इससे पहले सपा कार्यकर्ता किसानों के बीच बैठते, किसानों नेताओं ने स्पष्ट कह दिया कि राजनीतिक दल किसानों से दूर रहें। अगर उन्हें धरना देना है तो वह दूर बैठ जाएं।

रॉबर्ट वाड्रा ने कहा है कि प्रियंका गांधी कल रात में लखीमपुर खीरी के लिए निकलीं और उन्हें वहां रास्ते में बिना किसी वारंट या डॉक्यूमेंट के हिरासत में ले लिया गया, लेकिन वह हार नहीं मानेंगी। प्रियंका मृतकों के परिवारों से मिलकर ही आएंगी। 

केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र ने कहा है कि न ही वो न ही उनका बेटा घटनास्थल पर मौजूद थे। मामले में जांच से सब सच सामने आ जाएगा। इस तरह की घटना से हमें फंसाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राकेश टिकैत अराजतका फैलाने का प्रयास कर रहे हैं। किसानों के बीच में कुछ उपद्रवी घुस आए जिन्होंने पूरी घटना को अंजाम दिया। अजय मिश्र ने कहा कि हमारा कार्यक्रम स्थल और घटनास्थल तीन-चार किलोमीटर दूर थे। हमारे कार्यकर्ताओं को लाठी-डंडों से पीटा गया।

लखीमपुर खीरी हिंसा में मारे गए चारों किसानों के शव रखकर अन्य प्रदर्शनकारी किसानों ने जाम लगा दिया है। किसानों की मांग है कि मंत्री अजय मिश्र को बर्खास्त किया जाए, मंत्री के पुत्र की गिरफ्तारी हो और सरकार मृतकों के परिजनों को दो-दो करोड़ का मुआवजा दे। 

प्रियंका गांधी का झाड़ू लगाता वीडियो सामने आने के बाद कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद ने भी वो वीडियो ट्वीट कर लिखा है कि, ‘गिरफ्तारी के दौरान ‘हवालात’ में झाड़ू लगाती हुई इंदिरा गांधी की पोती और ‘राक्षसों’ का वध करने वाली आदि शक्ति प्रियंका गांधी।’

लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के बाद तमाम विपक्षी दल उत्तर प्रदेश सरकार की आलोचना कर रहे हैं। ऐसे ही नेता हैं जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अबदुल्ला जिन्होंने ट्वीट कर उत्तर प्रदेश को नया जम्मू कश्मीर बता दिया है। उन्होंने ट्वीट किया, उत्तर प्रदेश ‘नया जम्मू-कश्मीर’ है। 

पंजाब सरकार ने उत्तर प्रदेश सरकार को खत लिखकर कहा है कि मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी लखीमपुर खीरी जाना चाहते हैं। आप उनका हेलीकॉप्टर उतारने की इजाजत दें।

गौरतलब है कि लखीमपुर के लिए निकलीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को रास्ते में ही रोक लिया गया था। इस वक्त उन्हें जिस गेस्ट हाउस में रखा गया है, वहां वह झाड़ू लगाती नजर आईं हैं।

प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव पुलिस को चकमा दे कर लखीमपुर खीरी के लिये घर से निकले। वहीं अखिलेश यादव अपने घर के बाहर धरने पर बैठे, उनके साथ रामगोपाल यादव भी मौजूद हैं। कांग्रेस के अनुसार उनके नेता प्रमोद तिवारी और सलमान खुर्शीद को भी हाउस अरेस्ट किया गया। दूसरी तरफ गौतमपल्ली में पुलिस की गाड़ी को आग के हवाले कर दिया गया। हालांकि यह किसने किया इसकी जानकारी अभी नहीं हुई है।

पंजाब के कांग्रेस नेता सुनील जाखड़ ने ट्वीट किया कि जैसे तीन अक्तूबर, 1977 को इंदिरा गांधी की गिरफ्तारी जनता पार्टी की सरकार की बर्बादी साबित हुई, वैसे ही तीन अक्तूबर, 2021 को प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी भाजपा सरकार के अंत की शुरुआत है।

हापुड़ से लखीमपुर जा रहे रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी के काफिले को पुलिस ने छिजारसी टोल पर रोकने का प्रयास किया। इस दौरान उनके काफिले में शामिल कार्यकर्ताओं ने पुलिस के साथ धक्का-मुक्की करते हुए पीछे धकेल दिया। जिसके बाद जयंत चौधरी काफिले के साथ आगे रवाना हो गए। चालाकी से झांसी टोल पर एहतियात के तौर पर भारी पुलिस बल रात से ही तैनात कर दिया गया था। मुरादाबाद की ओर जाने वाली सभी गाड़ियों की चेकिंग की जा रही है। गाड़ियों के नाम पते दर्ज किए जा रहे हैं।

लखीमपुर खीरी की घटना के विरोध में बिलासपुर में संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े किसानों ने हाईवे जाम कर दिया है। सूचना पर मौके पर भारी पुलिस बल के साथ पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी पहुंच गए हैं। लखीमपुर खीरी में किसानों की मौत के बाद गुस्साए किसानों के विरोध प्रदर्शन का सिलसिला जारी है। सोमवार सुबह बिलासपुर में नवीन मंडी गेट के सामने संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े तमाम किसान एकत्र हो गए और रामपुर-रूद्रपुर हाईवे को जाम कर दिया। किसान मौके पर दरी बिछाकर बैठ गए हैं और नारेबाजी कर रहे हैं। सूचना पर एसडीएम बिलासपुर अशोक कुमार सिंह और सीओ बिलासपुर विद्या किशोर शर्मा भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए हैं और किसानों से वार्ता कर उन्हें समझाने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं लखीमपुर में घायल हुए बिलासपुर क्षेत्र के किसान  नेता तेजेंद्र सिंह विर्क को रूद्रपुर के निजी अस्पताल से दिल्ली ले जाकर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। तेजेंद्र सिंह विर्क लखीमपुर में घायल हो
लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के विरोध में किसानों का प्रदर्शन विभिन्न राज्यों में जारी है। पंजाब के अमृतसर में भाजपा कार्यालय के बाहर पहुंचकर किसानों ने कार्यालय घेर लिया है। वहीं हरियाणा के जींद में किसानों ने हिसार रोड और गांव रामराये में जाम लगा दिया है।

पूर्व मंत्री व कांग्रेस नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी भी सीतापुर पहुंच गए हैं। जबकि कई नेताओं को रास्ते में ही रोक लिया गया है। दूसरी तरफ लखीमपुर में बढ़ते हंगामे के बीच रेलवे ने लखीमपुर जाने वाली ट्रेनें रद्द कर दी हैं।

लखीमपुर खीरी में किसान आंदोलन के दौरान चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत के बाद जिले में धारा 144 लगा दी गई है। इस बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने पंजाब के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर उनसे आग्रह किया है कि वहां से किसी को लखीमपुर खीरी के लिए रवाना ना होने दिया जाए। उत्तर प्रदेश सरकार ने यह पत्र लखीमपुर में हिंसा को बढ़ने से रोकने के उद्देश्य से लिखा है। लखीमपुर खीरी में रविवार को किसानों के धरने के दौरान किसानों पर केंद्रीय मंत्री के बेटे की गाड़ी चढ़ गई थी, जिसमें चार किसानों की मौत हो गई थी। इसके बाद जिले में बवाल बढ़ गया था। इस हिंसा में कुल आठ लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा आदि नेताओं को लखीमपुर खीरी जाने के दौरान हिरासत में ले लिया गया है।

अखिलेश यादव को हिरासत में ले लिया गया है। अखिलेश यादव लखीमपुर खीरी जाने पर अड़े थे। पुलिस प्रशासन द्वारा रोके जाने पर उन्होंने अपने आवास के बाहर धरना शुरू कर दिया था। 

दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को लखीमपुर खीरी जाने से रोकने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग-9 और 24 बंद कर दिया है। इससे दिल्ली से गाजियाबाद आने-जाने वाले कई रास्तों पर लंबा जाम लग गया है।