चीन. एक तरफ जहां पूरी दुनिया रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को किसी तरह खत्म कराना चाहती है तो दूसरी तरफ चीन और ताइवान के बीच भी युद्ध का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है. दरअसल, दोनों देशों के बीच लंबे समय से तनाव बना हुआ है, लेकिन 6 मई 2022 को चीन ने एक बार फिर ताइवान में बड़ी घुसपैठ करते हुए इस टेंशन को और बढ़ा दिया है. दरअसल शुक्रवार को चीन के 18 फाइटर विमान ताइवान के वायु क्षेत्र में घुस गए. इसके बाद ताइवान के वायु सैनिकों ने इन्हें खदेड़ा.

ताइवान ने खदेड़ा

ताइपे के रक्षा मंत्रालय का कहना है कि चीनी विमान शुक्रवार को हमारे वायु रक्षा क्षेत्र में घुसे थे. इसके जवाब में और इन विमानों को खदेड़ने के लिए ताइवान के को भी एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम को तैनात करने के लिए मजबूर होना पड़ा. बता दें कि चीन ताइवान को अपना क्षेत्र बताता है और उस पर समय-समय पर ताइवान में इस तरह के घुसपैठ करने के आरोप लगते रहे हैं. दोनों देशों के बीच पिछले 2 साल में तनाव काफी बढ़ा है. हालांकि इस घुसपैठ पर चीन के रक्षा मंत्रालय की ओर से अभी कोई टिप्पणी नहीं की गई है.

ताइपे सरकार सतर्क
चीन ने पिछली घुसपैठ को देश की संप्रभुता की रक्षा करने और विदेशी ताकतों के साथ ताइवान की मिलीभगत का मुकाबला करने के तर्क के साथ डिफेंड किया था. दोनों देशों के बीच लंबे समय से बने आ रहे तनाव को देखते हुए ताइवान की सरकार इस आशंका के साथ सतर्क है कि चीन ठीक वैसा ही कर सकता है जैसा रूस ने यूक्रेन के साथ किया है. इससे पहले चीन 23 जनवरी 2022 को ताइवान के एयर डिफेंस एरिया में 39 युद्धक विमानों के साथ घुस गया था. इसके बाद शुक्रवार की घुसपैठ ने तनाव और बढ़ा दिया है.