
मालवा। मध्य प्रदेश के आगर-मालवा जिले में 16 साल के छात्र ने कमाल कर दिखाया है। उसने कुछ ऐसा बनाने में सफलता पाई है, जिसके इस्तेमाल से वाहन चोरी होने की घटनाओं पर रोक लग सकेगी। विनय जायसवाल ने फिलहाल कक्षा 10 पास करके पॉलिटेक्निक में प्रवेश लिया है। उन्होंने इतनी कम उम्र में एक ऐसी डिवाइस बनाई है, जिसकी मदद से अब कोई भी बिना फिंगरप्रिंट के कार स्टार्ट नहीं कर सकेगा।
इस डिवाइस में जिनका फिंगरप्रिंट मैच नहीं करेगा वो लोग कार को स्टार्ट नहीं कर पाएंगे। विनय ने जो डिवाइस बनाई है, कार में उसके प्रयोग पर अधिकतम 127 लोग ही वाहन को ऑपरेट कर सकते हैं। वहीं, कार को चालू करने के लिए चाबी लगाने के साथ ही डिवाइस पर फिंगरप्रिंट लगानी होगी। फिंगरप्रिंट मैच करते ही कार स्टार्ट हो जाएगी। ऐसे में जिन लोगों के फिंगरप्रिंट सेव नहीं होंगे, वो कार को स्टार्ट नहीं कर सकेंगे। विनय इस डिवाइस में जीपीएस लगाने का भी काम कर रहे हैं, ताकि इस डिवाइस को और मॉडिफाई किया जा सके। साथ ही यदि कोई तार से स्पार्क कार स्टार्ट करने की कोशिश करेगा तो कार मालिक के मोबाइल पर एक अलर्ट मैसेज चला जाएगा। वह डिवाइस को कार के गेट पर लगाने की योजना भी बना रहे हैं। उन्होंने इस डिवाइस को मात्र 3000 रुपये की लागत से बना लिया। इतना ही नहीं, वो इसके पहले भी ड्रोन, ऑटोमेटिक सैनिटाइजर मशीन, ऑटोमेटिक डस्टबिन बना चुके हैं।
विनय ने बताया कि एक दिन उनके दिमाग में ये बात आई कि जब फिंगरप्रिंट से एक मोबाइल फोन चल सकता है तो एक वाहन भी जरूर चल सकता है। इसके बाद उन्होंने इंटरनेट का सहारा लिया और काफी रीसर्च के बाद अलग-अलग चीजों को जोड़कर ये लाजवाब डिवाइस बना दी। विनय ने बताया कि इस डिवाइस का परीक्षण उन्होंने सबसे मोटरसाइकिल पर किया था। जब परीक्षण सफल हो गया तब उन्होंने पिता की कार में इस डिवाइस को लगा दिया। आमतौर पर इस तरह के डिवाइस महंगी गाड़ियों में आते हैं और इन्हें बनाने में काफी खर्च आता है, लेकिन विनय से इसे काफी कम खर्च में बना लिया है।
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