मुजफ्फरनगर. जिले में ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामलों में इजाफा होता जा रहा है। हालांकि, लोगों की परेशानी और साइबर फ्रॉड के मामलों को बढ़ता देख एसएसपी ने क्राइम ब्रांच के अलावा एसएसपी ऑफिस के बगल में भी साइबर हेल्प सेंटर की स्थापना कराई है। तमाम जागरुकता के बाद भी लोग साइबर फ्रॉड के शिकार हो रहे हैं। गुरुवार को साइबर हेल्प सेंटर ने ऑनलाइन फ्रॉड के शिकार दो पीड़ितों को 13 हजार रुपए वापस कराए।
साइबर सेल प्रभारी निरीक्षक संजीव भटनागर ने बताया कि कोतवाली क्षेत्र निवासी हर्षित सिंघल से अज्ञात व्यक्ति (साइबर ठग) ने मनी रिक्वेस्ट भेजकर 12,500 रुपये की ऑनलाइन धोखाधडी की। इसकी शिकायत उन्होंने साइबर हेल्प सेंटर से की। बताया कि साइबर हेल्प सेंटर ने तत्काल कार्यवाही करते हुए मोबिक्विक और क्विकलीवर को फ्रॉड से अवगत कराया तथा कुल धनराशि 12,500 रुपए में से आंशिक धनराशि 8,000/- रुपये को आवेदक के खाते में वापस कराया। शेष धनराशि को आवेदक के खाते में वापस कराए जाने के प्रयास जारी हैं।
उन्होंने बताया कि साइबर ठगी की दूसरी घटना कुसुम पत्नी चंद्रपाल निवासी हाकिमपुरा थाना चरथावल के साथ हुई। उन्होंने बताया कि उन्होंने साइबर हेल्प सेंटर को प्रार्थना पत्र देकर बताया कि अज्ञात व्यक्ति (साइबर ठग) ने फर्जी पेंशन अधिकारी बनकर मनी रिक्वेस्ट भेजकर उनसे 5,000 रुपए की ऑनलाइन धोखाधड़ी की।
साइबर हेल्प सेंटर ने तत्काल कार्यवाही करते हुए फोन पे और संबंधित बैंक को फ्रॉड से अवगत कराया। इसके साथ ही पूरे 5,000 रुपए आवेदिका के खाते में वापस कराए गए। उन्होंने बताया कि साइबर हेल्प सेंटर के माध्यम से तथा एसएसपी अभिषेक यादव के अथक प्रयास से अब तक 220 से अधिक साइबर फ्रॉड पीड़ितों के 47 लाख से अधिक रुपए वापस कराए जा चुके हैं।