आचार्य नरेंद्र देव राजनीतिक सुधारक के साथ उच्च कोटि के शिक्षाविद थे। वह समझते थे कि हमारे देश का भविष्य कृषि व यहां के किसान हैं। जब तक वह सुरक्षित हैं तभी हमारा देश सुरक्षित है। आज कृषि विश्वविद्यालयों में हो रहे रोज नए नए प्रयोग से कृषि के क्षेत्र में परिवर्तन आया है। कृषि विश्वविद्यालय में शोध करने वाले छात्रों को चाहिए कि वह खेती के नए गुण विकसित करें, जिससे किसानों की आमदनी बढ़ सके।

यह बातें राज्यपाल व कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने कही। वह सोमवार को आचार्य नरेंद्र देव कृषि व प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में आयोजित 24 वें दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कृषि ड्रोन तकनीक को और विकसित करने पर जोर दिया साथ ही मोटे अनाज को प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया।

मुख्य अतिथि कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि देश की 50 प्रतिशत से ज्यादा की आबादी कृषि पर निर्भर है। इसको देखते हुए प्रदेश व केंद्र व भाजपा सरकार द्वारा उत्पादन बढ़ाने के तहत तकनीक पर जोर दिया जा रहा है। कहा कि प्रदेश में कृषि विश्वविद्यालय स्वावलंबी व आत्मनिर्भर बनें इसके लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। राज्यपाल व कृषि मंत्री ने उपाधि व मेडल प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।

इस दौरान 6 विद्यार्थियों को कुलाधिपति स्वर्ण पदक, 12 को कुलपति स्वर्ण पदक, 7 को विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक प्रदान किया गया साथ ही 545 विद्यार्थियों को उपाधि प्रदान की गई।