मुजफ्फरनगर। शुकतीर्थ में शिवरात्रि पर भगवान शिव का जलाभिषेक करने के लिए गंगाजल लेने के लिए गये किशोर की विद्युत करंट के कारण मौत हो गयी। किशोर के परिजनों ने थाने पर पहुंचकर हंगामा करते हुए विद्युत विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों पर लापरवाही के आरोप लगाते हुए रोष जताया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार भोपा कस्बा के निवासी मनोज प्रजापति का 17 वर्षीय पुत्र हर्ष कुमार गत दिवस शाम के समय कांवड लेकर शुकतीर्थ गंगाजल लेने के लिए पहुंचा था। पुलिस सूत्रों का कहना है कि हर्ष अपने दोस्तों के साथ वहां पर गया था। हर्ष रात्रि में शुकतीर्थ में गंगा घाट पर था। वह गंगा में स्नान करने के बाद बाहर निकला तो वहां पर एमडीए द्वारा लगायी गयी हाईमास्क लाइट के पास जब उसने खम्बे को छुआ तो उसमें दौड़ रहे करंट ने उसको अपनी चपेट में ले लिया। बदन गीला होने के कारण हर्ष की करंट के चलते मौत हो गयी। पुलिस ने बताया कि हाईमास्क लाइट के खम्बे पर एक दुकानदार द्वारा विद्युत कैबिल बांधा हुआ था।
इसी केबिल में कट होने के कारण खम्बे में करंट दौड़ रहा था। किशोर की मौत हो जाने पर वहां अफरातफरी मच गयी और मौके पर पहुंची पुलिस ने लाइट बंद कराकर उसके शव को उठाया। यह घटना आज सवेरे करीब 3 बजे की बताई जा रही है। पुलिस ने शव का पंचनाम भरने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और परिजनों को सूचना दी। हर्ष की मौत के कारण परिजनों में आक्रोश और गम की स्थिति बन गयी। हर्ष के पिता मनोज प्रजापति अन्य परिजनों और ग्रामीणों के साथ भोपा थाने पर पहुंचे और हंगामा शुरू कर दिया। यहां पर ग्रामीणों ने पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपये का मुआवजा दिये जाने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया।
इन लोगों ने विद्युत विभाग, स्वास्थ विभाग पर गंभीर आरोप लगाए और लापरवाही के कारण हर्ष की मौत के लिए विद्युत विभाग को जिम्मेदार ठहराया। रालोद जिलाध्यक्ष प्रभात तोमर भी पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं के साथ थाने पर पहुंच गये थे। उन्होंने हादसे को दुखद बताते हुए कहा कि यह गंभीर लापरवाही का परिणाम है। भोपा प्रधान प्रतिनिधि तरुण धीमान भी हर्ष के परिजनों के साथ थाने पर मौजूद रहे। हंगामे की सूचना पर सीओ गिरिजा शंकर भी थाने पर पहुंच गये थे। बाद में तहसीलदार और एसडीओ को भी मौके पर बुलाया गया। घंटों तक हंगामे की स्थिति बनी रही।
जिला पंचायत अध्यक्ष डा. वीरपाल निर्वाल भी जानकारी मिलने पर भोपा थाने पहुंचे और उन्होंने विद्युत विभाग के एसडीओ से पीड़ित परिवार को 5 लाख रुपये की आर्थिक मदद दिलाने की मांग की। इसके साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भी इस सम्बंध में वार्ता की जायेगी और सरकार की तरफ भी से आर्थिक मदद दिलाने का प्रयास किया जायेगा। उन्होंने कहा कि हाईमास्क लाइट एमडीए की है, ऐसे में विद्युत विभाग के साथ ही एमडीए को भी नोटिस भेजा जायेगा। उन्होंने कहा कि वह पूरी तरह से पीड़ित परिवार के साथ खड़े हैं।