ऐसी ही एक कंपनी है जिसका नाम है विप्रो. टेक कंपनियों की दुनिया में विप्रो उन बड़े नामों में से एक है जिसने अपने ग्राहकों और निवेशकों दोनों को मालामाल किया है.

विप्रो की स्थापना आजादी से पहले साल 1945 में मोहम्मद प्रेमजी ने वेजिटेबल ऑयल बनाने के लिए की थी. 1 साल बाद कंपनी अपना आईपीओ लेकर आई थी. मोहम्मद प्रेमजी का 1966 में निधन हो गया इसके बाद कंपनी की कमान संभाली उनके होनहार बेटे अजीम प्रेमजी ने. अजीम प्रेमजी ने कंपनी के साथ सॉफ्टवेयर के क्षेत्र में कदम रखा।

अब हम आपको यह बताने जा रहे हैं कि कैसे इस कंपनी में सिर्फ 10 हजार रुपये का निवेश करने वाले 1300 करोड रुपये के मालिक बन गए। ओर कैसे ओर कितने वक्त मे आम से खास हो गई उनकी जिंदगी, नीचे क्लिक कर अगले पेज पर जाएं ओर पढें पूरी खबर