मुंबई। भारतीय क्रिकेट टीम ने विश्व कप 2023 के सेमीफाइनल मुकाबले में न्यूजीलैंड को 70 रनों से हराकर फाइनल में जगह बना ली है। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। बल्लेबाजी के अनुकूल परिस्थितियों का पूरा फायदा उठाते हुए, विराट कोहली और श्रेयस अय्यर जैसे बल्लेबाजों ने शतक जमाकर टीम का स्कोर 397 रन तक पहुंचाया।

पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर सिकंदर बख्त ने भारत के खिलाफ मैच के दौरान सिक्का उछालने को लेकर एक अजीबोगरीब दावा करके नया विवाद खड़ा कर दिया है।

पाकिस्तान को भारत की जीत और भारत की कामयाबी रास नहीं आ रही है। वह लगातार हमले पर हमले किया जा रहा है। जहां एक तरफ पिच बदलने के आरोप लगाए गए थे, वहीं एक पाकिस्तानी क्रिकेटर ने खास तरह की गेंद भी भारतीय गेंदबाजों को देने के आरोप लगाए गए थे। अब सिकंदर ने नया बखेड़ा खड़ा किया है।

एक पाकिस्तानी टीवी चैनल पर क्रिकेट पंडित के रूप में बैठे सिकंदर बख्त ने सुझाव दिया कि भारतीय कप्तान रोहित शर्मा टॉस जीतने के लिए जानबूझकर सिक्का दूर फेंक रहे हैं। सिकंदर ने कहा- मैं चाहूं तो शरारत कर सकता हूं! मैं एक सवाल कर रहा हूं अगर हम दिखा सकें टॉस के वक्त का वीडियो। रोहित शर्मा जब टॉस करते हैं तो सिक्के को दूर फेंकते हैं और दूसरा कप्तान जाकर कभी नहीं देखता कि उसने सही कॉल किया या नहीं। सिक्का किस तरफ गिरा है या किसके पक्ष में है?

सबसे बड़ी बात उस न्यूज चैनल ने इस बेबुनियाद आरोप को साबित करने के लिए एक पूरा पैकेज तैयार किया, जिसमें रोहित के विश्व कप में हर टॉस के वीडियो को दिखाया गया है। पाकिस्तान के ये क्रिकेट पंडित शायद भूल गए कि वह यह आरोप लगाकर मैच रेफरी पर सवाल खड़े कर रहे हैं। पाकिस्तान की हालत ‘खिसायानी बिल्ला खंभा नोचे’ जैसी हो रखी है।

टॉस के वक्त वहां न सिर्फ मैच रेफरी बल्कि क्वाइन रिप्रेजेंटेटिव भी मौजूद रहता है। साथ ही कमेंटेटर भी होता है। यह जरूरी नहीं कि कमेंटेटर भारत का हो, पाकिस्तान के रमीज राजा और वकार यूनुस भी मौजूद थे। वहीं, अन्य देशों के कमेंटेटर भी इस टूर्नामेंट में आए हैं। सबसे शर्मनाक बात तो यहा है कि सिकंदर ने इसका वीडियो खुद ही शेयर किया है।

विश्व कप शुरू होने के बाद से पाकिस्तान के क्रिकेट दिग्गजों द्वारा कई ऐसे दावे किए गए जो कि बेतुके और बेबुनियाद थे। भारत और न्यूजीलैंड के बीच सेमीफाइनल से पहले भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) पर यहां तक आरोप लगाया गया था कि उसने अंतिम समय में वानखेड़े की पिच को बदलकर खेल को भारत के पक्ष में झुका दिया।

हालांकि, बाद में आईसीसी ने इसपर स्पष्टता जाहिर की थी कि सेमीफाइनल में पिच नई होनी चाहिए थे और इसी वजह से पिच पर से घास को हटाया गया था ताकि दोनों पारी को बराबर मदद मिले। ऐसा ही हुआ भी दोनों पारियों में बल्लेबाजों को बराबर मदद मिली और 700 से ज्यादा रन बने। बाद में माइकल वॉन समेत कई पूर्व क्रिकेटर्स ने इस फैसले को सही करार दिया था।

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने भी इस खबर का खंडन किया। उन्होंने कहा, ‘जो लोग पिच में बदलाव की बात कर रहे हैं, मुझे उम्मीद है कि वे चुप हो जाएंगे और भारत पर निशाना साधना बंद कर देंगे। पिच में बदलाव के बारे में बात करना बंद करो। यह दोनों टीमों के लिए था। गावस्कर ने कहा- अब तक दूसरा सेमीफाइनल नहीं खेला गया और कुछ लोग अहमदाबाद की पिच बदलने की बात कर रहे हैं।

मैच की बात करें तो भारत ने न्यूजीलैंड को हराकर फाइनल में जगह बना ली है। टीम इंडिया ने मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में चार विकेट गंवाकर 397 रन बनाए। विशाल लक्ष्य का पीछा कर रही न्यूजीलैंड की टीम 48.5 ओवर में 327 रन पर ऑलआउट हो गई। भारत ने यह मैच 70 रन से अपने नाम किया।