उन्नाव. दिसंबर के आखिर तक पंचायत प्रतिनिधियों का कार्यकाल खत्म हो रहा है. ऐसे में उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई हैं. एक बार फिर चुनाव आयोग बैलेट पेपर (मतपत्र) के सहारे ही चुनाव कराने जा रहा है. जानकारी के मुताबिक, आयोग फरवरी महीने में चुनाव कराने की तैयारी में है. इसलिए जिलों में मतपत्र भेजे जाने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है.

उन्नाव में भेजे गए 90 लाख बैलट पेपर
उन्नाव में 1043 ग्राम पंचायत , 52 जिला पंचायत सदस्य व 1400 से अधिक क्षेत्र पंचायत सदस्य के पदों पर चुनाव होने वाले हैं. इसको लेकर उन्नाव जिला प्रशासन ने भी तैयारियां तेज कर दी हैं. तारीखों का ऐलान भले ना हुआ हो, लेकिन जिले में 90 लाख मतपत्र आए हैं. अलग-अलग बॉक्स की संख्या वाले मतपत्रों में 45 खानों वाले मतपत्र भी हैं. एडीएम राकेश कुमार सिंह ने बताया, आयोग के निर्देशानुसार 90 लाख मतपत्र अलॉट किए गए थे. अधिकारियों को दिल्ली भेजकर मतपत्र पुलिस की सुरक्षा में लाए गए हैं. एडीएम ने बताया कि मतपत्रों को अस्थायी स्ट्रांग रूम में रखा गया है.

परिसीमन और वोटर लिस्ट पर काम जारी
चुनाव के लिए आयोग अपनी तरफ से पूरी तैयारी कर रहा है. आंशिक परिसीमन का शासनादेश जारी कर दिया गया है. ऐसे में जल्द ही ग्राम पंचायतों की नई संख्या भी निर्धारित हो जाएगी. निर्वाचन क्षेत्रों की अंतिम सूची जनवरी में जारी की जाएगी. इसके अलावा चुनाव आयोग वोटर लिस्ट को भी अपडेट करावा रहा है. कम्प्यूटराइज्ड डाटा भरा भी जाने लगा है. जनवरी में इसका भी फाइनल डाटा जारी किया जा सकता है. मतदाता और प्रत्याशी वोटर लिस्ट को अपडेट कराने का प्रयास कर रहे हैं.

कोविड-19 वजह से चुनाव में देरी
दिसंबर आखिरी में सदस्यों और प्रधानों के कार्यकाल खत्म हो रहे हैं. ऐसे में अब तक चुनाव हो जाना चाहिए था. लेकिन कोविड-19 (Covid-19) के संक्रमण को देखते हुए चुनाव की घोषणा नहीं की गई है. जानकारी के मुताबिक, कार्यकाल खत्म होने के बाद प्रशासनिक अधिकारी कार्यभार संभाल सकते हैं. हालांकि, बिना चुनावी तारीखों की घोषणा के प्रत्याशी पूरी तैयारी में लग गए हैं.