छपार। टोल प्लाजा पर कार सवार युवकों और टोल कर्मियों में हुई मारपीट के विरोध में गांव कुतुबपुर में पंचायत हुई। टोल मैनेजर ने मौके पर पहुंच कर सभी शर्तों को मान लिया। इसके बाद मामले का निपटारा हो गया।
चार दिन पूर्व रात में गांव कुतुबपुर निवासी विचित्र त्यागी अपने परिवार के साथ कार में मुजफ्फरनगर से लौट रहे थे। टोल प्लाजा पर टोल कर्मियों ने उनकी आईडी मानने से इंकार कर दिया। तब दोनों पक्षों में मारपीट हो गई थी। कार सवार तीन युवक घायल हुए थे। मारपीट की वीडियो वायरल होने पर पुलिस ने पांच टोल कर्मचारियों को गिरफ्तार कर शांतिभंग की आशंका में चालान कर दिया था। घटना से गुस्साए गांव रेत्ता नगला, ताजपुर, बरला, फलौदा, महरायपुर, खुड्डा आदि गांवों के लोगों की विचित्र त्यागी के आवास पर पंचायत हुई। पंचायत में निर्णय लिया गया कि टोल मैनेजर पंचायत में आकर खेद प्रकट कर शर्तों को माने वर्ना टोल फ्री किया जाएगा।
टोल मैनेजर बालकृष्ण दूबे पंचायत में मौके पर पहुंचे। उन्हें सात शर्तों का एक लिखित पत्र दिया गया, जिसे मैनेजर ने मान लिया। इसके बाद लोग शांत हो गए। शर्तों में एक शिफ्ट में लोकल के तीन कर्मी हो। आईडी वेरिफिकेशन होने पर दोनों ओर से गाड़ी निकाली जाए। कर्मियों पर ड्रेस कोड लागू हो। शराबी कर्मी तुरंत हटाया जाएं। महिला कर्मियों में स्वर्ण समाज की भी भागीदारी हो। पंचायत में त्यागी समाज के जिलाध्यक्ष हरिओम त्यागी, विकास चेयरमैन, सचिन चौधरी, राजेश त्यागी, प्रेम प्रकाश त्यागी, महिपाल गुर्जर, कुंवरपाल खजांची, सत्यप्रकाश त्यागी, विकास शर्मा, नवीन त्यागी, ओम लंबरदार, सुक्कड़ सिंह, प्रताप सिंह, सतीश बाबा, टिंकू त्यागी आदि लोग मौजूद रहे।