मुजफ्फरनगर। दिल्ली-देहरादून हाईवे के निर्माण को लेकर जमीन के अधिग्रहण और किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर पंचायत हुई। जिसमें किसानों ने आरोप लगाया कि किसी भी जनपद के जिलाधिकारी उनकी समस्या नहीं सुन रहे हैं। चेतावनी दी कि उनकी समस्याओं का समाधान न हुआ तो आंदोलन करेंगे।
दिल्ली-देहरादून हाईवे के निर्माण को लेकर किसानों की जमीन के अधिग्रहण का कार्य जारी है। इस अधिग्रहण को लेकर किसानों के सामने आने वाली समस्याओं तथा मुआवजे को लेकर रविवार को खेड़ामस्तान गांव में धीर सिंह के घेर में किसानों की पंचायत हुई। पंचायत में जमीन के अधिग्रहण का उचित मुआवजा ने मिलने तथा विभिन्न समस्याओं का मुद्दा छाया रहा। वक्ताओं ने कहा कि सरकार जमीन के अधिग्रहण का मुआवजा पुराने नियम के अनुसार दे रही है, जो गलत है। हाईवे निर्माण के बाद किसानों के सामने बहुत सी समस्याएं आने वाली हैं। कुछ किसानों की जमीन सड़क निर्माण के बाद दो हिस्सों में बट जाएगी।
सड़क के दूसरी तरफ खेत में जाने के लिए रास्ता कहां से मिलेगा। दोनों खेतों की सिंचाई एक तरफ की ट्यूबवेल से नहीं हो पाएगी। सड़क निर्माण के दौरान विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। जिस के कारण किसानों की फसलें बर्बाद हो जाएगी। किसानों ने अपनी विभिन्न समस्याओं को लेकर आपत्ति डाली है।
आरोप है कि किसी भी जनपद का डीएम अथवा एडीएम किसानों को उनकी समस्या के समाधान का आश्वासन नहीं दे रहा है। उनकी आपत्तियों पर कोई सुनवाई नहीं हुई है। किसानों ने चेतावनी दी कि समस्याओं का समाधान न हुआ तो वे रणनीति बनाकर आंदोलन करेंगे। अध्यक्षता जबर सिंह ने की। मौके पर ओम सिंह, ओमकार, बागपत से कृष्णपाल, सतेंद्र, शामली से वीर सिंह, विदेश मलिक, सहारनपुर से आशीष पुंडीर मौजूद रहे।