मुजफ्फरनगर। जिले में पेपर मिलों के मालिकों की एक बड़ी सभा हुई। जिसमें उन्होंने पेपर उद्योग में चल रही समस्याओं पर चर्चा की। सभा में देश भर की पेपर मिल के मालिक इकट्ठे हुए और उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर अपने विचार व्यक्त किए। सभा में आधुनिकीकरण और शर्म कल्याण पर जोर दिया गया।
डियन पल्प एंड पेपर टेक्निकल एसोसिएशन के सेमिनार के अंतिम दिन विजन 2030 नामक पैनल पर चर्चा हुई। उपकरणों के आधुनिकीकरण और श्रम कल्याण पर फोकस रहा। पैनलिस्ट ने उद्योग के लिए अपनी अंतर्दृष्टि कहानी और दृष्टिकोण साझा किया। सभी ने नई तकनीक को अपनाने, उपकरणों के आधुनिकीकरण, जनशक्ति के प्रशिक्षण, श्रम कल्याण पर जोर दिया।
मेरठ रोड स्थित होटल में सेमिनार के अंतिम दिन वक्ताओं ने कच्चे माल की असंगत उपलब्धता पर कमी जैसी उद्योग की समस्याओं को उठाया। कागज उद्योग के सभी पहलुओं को एक-एक कर छुआ। युवा उद्यमियों को सुनना सभी को अच्छा लगा। उद्योग पर उनके विचारों की स्पष्टता उसके विकास और कल्याण के लिए मजबूत स्थिति में लाती है।
पैनलिस्ट में मुख्य रूप से अन्नपूर्णा इंडस्ट्रीज की सीईओ डॉ. आरती अग्रवाल, चीमा पेपर की निदेशक अनमोल गिल, टेहरी पेपर के निदेशक मुकुंद अग्रवाल, सिद्धार्थ पेपर के मदन सिंघल, सिल्वर टन के सम्यक जैन, बिंदल्स के शिविक बिंदल रहे। कार्यक्रम में पंकज अग्रवाल, अमित गर्ग, सिद्धांत बंसल, वासुदेव अग्रवाल, कणव अग्रवाल रहे। वक्ताओं ने कहा कि चुनौतियों को पार करते हुए पेपर उद्योग अपनी अमिट छाप बरकरार रखेगा।